Delhi Weather Forecast: पहाड़ों पर बर्फबारी का असर, दो दिन बारिश का अनुमान; हो सकती है ओलावृष्टि
Delhi Weather Update पहाड़ी राज्यों के साथ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संभावित हिमपात के बाद दिल्ली-एनसीआर के मौसम में भी बदलाव आ सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Delhi Weather Update: पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भी बृहस्पतिवार-शुक्रवार को हुए हिमपात के बाद दिल्ली-एनसीआर के मौसम में भी बदलाव आ सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (INDIA METEOROLOGICAL DEPARTMENT) के मुताबिक, पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी के बाद आगामी दो दिनों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश के साथ ओले गिरने का भी अनुमान है।
चलेंगीं तेज हवाएं
इस दौरान हवाओं की रफ्तार बढ़ने से तापमान में गिरावट हो सकती है, जिससे सुबह और शाम के दौरान ठंड में इजाफा हो सकता है। मौसम में बदलाव के बीच 25-30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का भी अनुमान है, लेकिन न्यूनतम और अधिकतम तापमान प्रभावित नहीं होगा।
इससे पहले शनिवार सुबह सर्द हवाएं चली, लेकिन इससे ठंडक में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ। सुबह न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह चार डिग्री अधिक रहा। वहीं, हवा में नमी की मात्रा 88 फीसद दर्ज की गई। रविवार को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री तो अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
शनिवार-रविवार को हो सकती है बारिश
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, पहाड़ी राज्यों में मौसम बिगड़ने के बाद इस असर दिल्ली-एनसीआर पर भी पड़ेगा और शनिवार और रविवार को हल्की बारिश के साथ ओले भी पड़ सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर का मौसम शुक्रवार से फिर करवट ले सकता है। तीन दिन तक हल्की बारिश व ओलेे गिरने का अनुमान है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार बढ़ने से तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है।
मार्च से ही परेशान करने लगेगी गर्मी
पिछले साल सर्दी का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद इस साल गर्मी पूरे भारत में लोगों को परेशान करेगी। IMD के मुताबिक, इस साल पश्चिमी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश तक में मार्च से लेकर मई तक औसतन अधिकतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहने वाला है।
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दी अगले कुछ दिनों की ही मेहमान है, इसके बाद मार्च के दूसरे पखवाड़े से ही गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा। इससे न्यूनतम तापमान और अधिक तापमान में तेजी से इजाफा होगा। IMD का अनुमान है कि इससे मई-जून में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस चला जाएगा।