Heroes of Delhi Violence: हिंसा के बीच दो बेटियों की विदाई, एक दुल्हन ने मेट्रो से किया सफर
Heroes of Delhi Violence दिल्ली हिंसा के दौरान कई लोगों ने इंसानियत की मिसाल पेश की पुलिस ने भी अपनी जिम्मेदारी पूरी इमानदारी से निभाई।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। Heroes of Delhi Violence : उत्तर-पूर्वी जिले के विभिन्न इलाकों में भड़की हिंसा की आग ने कई घरों में शादी की खुशियों को भी जला कर राख कर दिया। घोंडा गांव के निवासी राकेश प्रजापति की बेटी प्रीति की बरात 27 फरवरी को सेक्टर-44 नोएडा से आनी थी। बरात के स्वागत के लिए इन्होंने मैरिज होम और खाने पर 2 से 3 लाख रुपये खर्च किए थे, लेकिन हिंसा के कारण बारात आने को तैयार नहीं हुई। आखिर में प्रजापति परिवार ने पुलिस से अपने परिवार को सुरक्षा में लेकर मौजपुर मेट्रो स्टेशन तक छोड़ने की गुहार लगाई। पुलिस सुरक्षा में दुल्हन और उसका परिवार मेट्रो पकड़कर नोएडा पहुंचा और वहां जाकर शादी हुई।
वहीं, दूसरी ओर घोंडा के ही रहने वाले सूरत सिंह तोमर की बेटी निशा की बरात नरहेड़ा गुरुग्राम हरियाणा से आनी थी। इन्होंने शादी में 500-600 लोगों के लिए खाने और टेंट आदि पर करीब चार से पांच लाख रुपये खर्च किए थे। लेकिन हिंसा की खबर सुनकर लड़का पक्ष ने बरात लाने से इन्कार कर दिया। फिर तोमर ने दूल्हे और उसके परिवार के 4-5 सदस्यों को ही घोंडा बुलाया और बस स्टैंड से पुलिस सुरक्षा में लाकर तय स्थान पर शादी की।