Delhi Violence: भरोसे से गिरीं खौफ की दीवारें तो उठने लगे रोजगार के शटर
Delhi Violence दो आइपीएस अधिकारियों के विश्वास से लोगों के दिलों में बनी खौफ की दीवार गिर गई और उन्होंने घरों व गलियों से बाहर आकर अपना सामान्य जीवन शुरू किया।
नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। दो आइपीएस अधिकारियों के विश्वास से लोगों के दिलों में बनी खौफ की दीवार गिर गई और उन्होंने घरों व गलियों से बाहर आकर अपना सामान्य जीवन शुरू किया। उन्ही के विश्वास की बदौलत दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोली। उत्तर-पूर्वी जिले में दंगे के दौरान लोगों में खौफ इस कदर हो चुका था कि उन्होंने अपनी कॉलोनी में आने-जाने वाले कई रास्तों को लकड़ी की बल्लियों और लोहे के जालों से बंद कर दिया था।
दंगाइयों के खौफ से उन्होंने खुद को ही कैद कर लिया था। चंदू नगर में शुक्रवार तक यही हाल था। लेकिन शनिवार को इनके लिए नई सुबह थी क्योंकि छह दिन बाद इन दीवारों को हटा दिया गया।
इसकी पहल दो आइपीएस अधिकारियों आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो के संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. ओपी मिश्र और पुलिस उपायुक्त वर्षा शर्मा ने की। उन्होंने सुबह-सुबह लोगों से बात की। उन्हें समझाया कि अब सब कुछ सामान्य है। किसी को डरने की जरूरत नहीं है। इन्होंने उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ली। इसके बाद लोगों ने खुद ही बल्लियों को हटा दिया। इसके बाद दोनों पुलिस अधिकारियों ने दुकानों को खुलवाने पर जोर दिया। जो दुकानदार अपनी दुकान की सुध लेने पहुंचे थे, उन्हें भी सुरक्षा का भरोसा दिया।
दुकानों के खुलने से बढ़ेगा लोगों का विश्वास: डॉ. ओपी मिश्र
डॉ. ओपी मिश्र ने कहा कि दुकानें विश्वास का प्रतीक हैं। ये खुलेंगी तो लोगों में विश्वास बढ़ेगा। इसलिए इस पर जोर दे रहे हैं। इसके बाद दोनों अधिकारी गलियों में निकले। यहां लोगों को बाहर बुलाकर बात की गई। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कई अफवाहें चलती रहती हैं। उन पर किसी को ध्यान नहीं देना है। सभी जगह हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं और शांति स्थापित हो चुकी है। सभी लोग अपने कामकाज पर निकलना शुरू करें। किसी भी व्यक्ति को कोई भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
हम हैं साथ तो डरने की क्या बात
करावल नगर रोड पर एक दुकान का शटर आधा खुला हुआ था। यहां भी मिश्र और शर्मा पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने दुकानदार को शटर पूरा खोलने के लिए कहा। लेकिन दुकानदार थोड़ा झिझका। इस पर वर्षा शर्मा ने कहा कि जब तक वह यहां पर हैं, एक-एक दुकान की हमारी जिम्मेदारी है, आप बिना डरे दुकान खोलें। इसके बाद दुकानदार ने शटर पूरा खोल दिया। इसी तरह से उन्होंने मूंगा नगर में भी कई दुकानें खुलवाईं।