Delhi Violence: NHRC ने हिंसा का लिया स्वतः संज्ञान, जांच के लिए बनाई टीमें
Delhi Violence राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दिल्ली में और विशेष रूप से उत्तर पूर्वी जिले में हिंसा का संज्ञान लिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दिल्ली में और विशेष रूप से उत्तर पूर्वी जिले में हिंसा का संज्ञान लिया है। एनएचआरसी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि मीडिया से आ रही खबरों में हालात बयां हो रहे हैं। ऐसे में एनएचआरसी के महानिदेशक (जांच) को दो टीमें बनाने के लिए कहा गया है, जो तथ्य खोजने का काम करेंगी। साथ ही मानव अधिकारों के हनन की भी जांच की जाएगी।
इन घटनाओं के कारण जिनके अधिकारों का हनन हुआ है, उनसे बातचीत कर तथ्य जुटाए जाएंगे। हिंसक झड़पों के दौरान क्रॉस फायरिंग की घटनाओं को देखते हुए अपने अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए उन्हें जांच के लिए भेजना उचित समझा। टीमें उत्तर-पूर्वी जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष, प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी और हिंसा के पीड़ित लोगों से भी मिलेंगी।
अल्पसंख्यक आयोग की टीम ने किया दौरा
उधर, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की टीम ने शनिवार को दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। आयोग के चेयरमैन सैय्यद गय्यूर उल हसन रिजवी, उपाध्यक्ष जार्ज कुरियन व आतिफ रशीद व सरदार मंजीत सिंह राय ने मौजपुर, नूर-ए-इलाही, ब्रह्मपुरी, चांद बाग, मुस्तफाबाद, शिव विहार, चमन पार्क में जाकर दंगा पीड़ितों से मिले।
आयोग की टीम ने सभी से सौहार्द बनाए रखने की अपील की। साथ ही प्रशासन के अधिकारियों को हिदायत दी कि किसी भी पीड़ित के साथ किसी तरह की नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए। इसके बाद टीम जीटीबी अस्पताल गई और घायलों से मिली। चेयरमैन सैय्यद गय्यूर उल हसन ने पीड़ितों से कहा कि वह आयोग उनके साथ है, हर संभव मदद आयोग उनकी करेगा।