Shaheen Bagh: जानें- आज शाहीन बाग में भारी संख्या में CRPF और पुलिस की तैनाती के पीछे की वजह
Shaheen Bagh शाहीन बाग इलाके में आज सुबह से सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।लोगों को एक जगह इकट्ठा न होने की सलाह दी गई है यहां तक कि इलाके में धारा 144 भी लगाई गई है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। पिछले दो महीने से जारी सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बीच दिल्ली पुलिस ने आज सुबह से दक्षिण-पूर्व दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती कर रखी है।रविवार सुबह से ही शाहीन बाग इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। लोगों को एक जगह इकट्ठा न होने की सलाह दी गई है, इलाके में सीआरसीपी की धारा 144 भी लगा दी गई है।
दिल्ली पुलिस के ज्वाइंड कमिश्नर डीसी श्रीवास्तव ने कहा कि शाहीन बाग विरोध स्थल पर भारी पुलिस तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर यहां भारी पुलिस की तैनाती की गई है।उन्होंने साथ ही जानकारी दी कि हमारे पास केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीए) और दिल्ली पुलिस के जवान हैं, जो यहां मौजूद हैं। हम चाहते हैं कि इलाके में शांति बनी रहे।
आखिर क्यों हुई है तैनाती ?
दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने एहतियात के तौरा यह कदम उठाया है। दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त डीसी श्रीवास्तव ने रविवार को कहा कि दरअसल, हिंदू सेना ने आज अपना विरोध दर्ज करने की बात कही थी। इसलिए एहतियातन शाहीन बाग विरोध स्थल पर भारी पुलिस तैनाती की गई है। हम चाहते हैं कि इलाके में शांति बनी रहे।
कहां होना था विरोध प्रदर्शन ?
दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में शाहीन बाग में चल रहे धरने के विरोध में पहली मार्च को विरोध प्रदर्शन से संबंधित वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने सतर्कता से काम लिया। यमुनापार में हुई हिंसा से सबक लेते हुए दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा ने गुरुवार को ही स्थानीय लोगों के साथ बैठकक उन्हें शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा था। उस बैठक में डीसीपी की शांति की अपील पर लोगों ने पहली मार्च को होने वाले मार्च को स्थगित कर दिया, लेकिन पुलिस को डर था कि किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना आज हो सकती है। ऐसे में पुलिस ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया।
एक मार्च को जुटने वाले थे कई लोग
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कुछ स्थानीय लोग पहली मार्च को मदनपुर खादर गांव से शाहीन बाग की तरफ भारी संख्या में जाने की योजाना बना रहे थे।इसमें कहा जा रहा था कि रास्ता खुलवाने के लिए मार्च में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल हों।
VIDEO वायरल होने पर पुलिस ने लोगों से की अपील
वीडियो वायरल होने के बाद डीसीपी ने स्थानीय नेताओं के साथ ही पीस कमेटी के सदस्यों के साथ मीटिंग की। डीसीपी ने लोगों से अपील की कि पहली मार्च को प्रस्तावित कार्यक्रम को अनिश्चित काल के लिए टाल दें। क्योंकि इसमें हिंसा होने का खतरा है।