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दुर्गम चोटियों पर स्वास्थ्य सेवा कर रहे डॉ. भारद्वाज, अब 93 हजार लोगों का कर चुके हैं इलाज

डॉ. भारद्वाज उच्च शिखरों पर जोखिम उठाकर नेतृत्व और निस्वार्थ सेवा की मिसाल पेश कर रहे हैं। वो विषम परिस्थितियों में ऊंचे पहाड़ों पर लोगो को मुफ्त मेडिकल सेवाएं देते हैं।

By Neel RajputEdited By: Updated: Sun, 01 Mar 2020 02:25 PM (IST)
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दुर्गम चोटियों पर स्वास्थ्य सेवा कर रहे डॉ. भारद्वाज, अब 93 हजार लोगों का कर चुके हैं इलाज

नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। खामोशी से बनाते रहो पहचान अपनी, हवाएं खुद तुम्हारा नाम गुनगुनाएंगी। ये कहना है दिल्ली के द्वारका निवासी डॉ. प्रदीप भारद्वाज का। डॉ. भारद्वाज उच्च शिखरों पर जोखिम उठाकर नेतृत्व और निस्वार्थ सेवा की मिसाल पेश कर रहे हैं। वो विषम परिस्थितियों में, बेहद कठिन इलाकों में और ऊंचे पहाड़ों पर लोगो को मुफ्त मेडिकल सेवाएं देते हैं।

डॉ.भारद्वाज आम लोगो के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी उनकी केदारनाथ यात्रा के दौरान मेडिकल सेवाएं दे चुके हैं। ये उनका जुनून ही है जो उन्हें आम से खास बना देता है। पहाड़ों पर सेवाएं देने के साथ साथ वे एक प्रसिद्ध लेखक और मैनेजमेंट गुरु भी हैं। वे अब तक 15 पुस्तकें लिख चुके हैं और उनके 1235 शोध पत्र देश-विदेश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। 29 फरवरी यानी कल इन्हें अमेरिका के वाशिंगटन विश्वविद्यालय की तरफ से माउंटेन मेडिसन मैन ऑफ साउथ एशिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

पिता से मिली प्रेरणा

प्रदीप कहते हैं कि उन्होंने दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों में स्वास्थ्य अधीक्षक के तौर पर काम किया है। लेकिन साल 2009 में पिता आरके शर्मा से प्रेरणा पाकर उन स्थानों पर पहुंचकर मरीजों का इलाज करने की ठानी जहां मेडिकल सुविधा पहुंचना आसान नहीं था। वो बताते हैं कि पहले उनके साथ केवल 6 लोग ही इस काम के लिए साथ में थे, लेकिन आज ये संख्या बढ़कर 350 हो गई है। उनकी टीम में सभी डॉक्टर हैं। पहाड़ोें पर डॉक्टर मुश्किल हालात में भी श्रद्धालुओं को सेवाएं दे पाएं इसके लिए वो डाक्टरों को प्रशिक्षित कराते है। वे अब तक 24 हजार 500 फीट की ऊंचाइयों तक पहुंचकर 93 हजार 500 से ज्यादा लोगों की जांच के साथ-साथ 6 हजार से भी ज्यादा पीड़ितों का इलाज कर चुके है।

केदारनाथ में मुफ्त अस्पताल खोला

देशभर में प्राकृतिक आपदा के दौरान ऊंचे पहाड़ों में मेडिकल कैंप लगाने के बाद डॉ. भारद्वाज ने केदारनाथ में 12 हजार फीट की ऊंचाई पर 10 बेड का फ्री अस्पताल खोला है। देश के सबसे दुर्गम माने जाने वाले क्षेत्र में पहली बार खुले इस अस्पताल में अब केदारनाथ आने वाले श्रद्धालु स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले रहे हैं।

मुहिम से पॉजिटिव परिणाम सामने आए हैं

डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि अक्सर लोग बिना तैयारी यानी जैसे बिना गर्म कपड़ों, दवाएं और बिना व्यायाम, एक्सरसाइज के दुर्गम धार्मिक स्थलों पर चले जाते हैं।इस कारण या तो बीमार हो जाते हैं और कई बार मौत भी हो जाती है। इसीलिए हमने यह मुहिम शुरू की।इसके बेहतर परिणाम भी सामने आए हैं। वो बताते है कि एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार पहले केदारनाथ की हर यात्रा के दौरान 150 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौते होती थी। लेकिन अब इसकी संख्या बेहद कम हो गई है।

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