Coronavirus: दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक का एक और डॉक्टर कोरोना की चपेट में, इलाज कराने वालों की तलाश
पूर्वी दिल्ली के वेलकम जनता कॉलोनी स्थित मोहल्ला क्लीनिक में तैनात एक महिला डॉक्टर को भी कोरोना हुआ है।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। पूर्वी दिल्ली के वेलकम जनता कॉलोनी स्थित मोहल्ला क्लीनिक में तैनात एक महिला डॉक्टर को भी कोरोना हुआ है। यह महिला उन्हीं डॉक्टर की पत्नी हैं जिन्होंने सऊदी अरब से लौटी दिलशाद गार्डन की महिला का इलाज किया था। जिसकी वजह से करीब 800 पहले से ही आइसोलेट किए गए हैं।
बताया जा रहा है कि कोरोना पीड़ित महिला डॉक्टर पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं। शाहदरा जिला प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है 12 से 20 मार्च के बीच इस क्लीनिक में जिसने इलाज करवाया है वह खुद को क्वारेंटाइन करें। इसके साथ ही जिला प्रशासन मरीज़ों को ढूढ़ भी रहा है।
बता दे महिला डॉक्टर के पति भी मोहनपुरी के मोहल्ला क्लीनिक में तैनात है, उन्होंने सऊदी अरब से लौटी महिला का इलाज किया था। उसके बाद उन्हें भी कोरोना हो गया था। डॉक्टर दंपति के साथ ही बेटी भी कोरोना की चपेट में आ गई थी। तीनों ही पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती है।
800 लोग आइसोलेट
कोरोना से पीड़ित मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर के संपर्क में आए करीब 800 लोगों को आइसोलेट किया गया है। इसमें करीब 40 मरीज उनके निजी क्लीनिक पर पहुंचे थे, बाकी मोहल्ला क्लीनिक के मरीज हैं। बता दें कि सऊदी अरब से लौटी दिलशाद गार्डन निवासी महिला का डॉक्टर ने निजी क्लीनिक में इलाज किया था। बाद में वह महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई। यह डॉक्टर मोहल्ला क्लीनिक में भी इलाज करते हैं। ऐसे में वह 12 से 15 मार्च तक मोहल्ला क्लीनिक में मरीजों को देखते रहे। इसी बीच 15 मार्च को डॉक्टर की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में कोरोना की पुष्टि होने पर उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दिलशाद गार्डन की महिला से आठ लोग कोरोना से संक्रमित
सऊदी अरब से दिलशाद गार्डन स्थित अपने घर लौटीं महिला से अब तक 8 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इसमें महिला की मां, भाई, दो बेटियों के अलावा मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर, उनकी पत्नी और बेटी शामिल हैं।
ड्यूटी के बाद 14 दिन क्वारंटाइन रहेंगे स्वास्थ्यकर्मी
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को आदेश दिया है कि अस्पतालों व सरकारी क्वारंटाइन केंद्रों में डॉक्टर, नर्स व पैरामेडिकल कर्मचारियों की दो शिफ्ट में ड्यूटी होगी। इसके अलावा सभी अस्पतालों को रोस्टर तैयार कर डॉक्टरों, नर्स व पैरामैडिकल कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया गया है। इसके तहत लगातार दो सप्ताह तक ड्यूटी करने के बाद पूरी टीम 14 दिन अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराए गए कमरे या क्वारंटाइन केंद्र में ही रहना होगा ताकि परिवार के सदस्यों को भी संक्रमण का खतरा न रहे। लेकिन उन्हें घर जाने की अनुमति नहीं होगी।
अस्पताल प्रशासन करेगा रहने की व्यवस्था
अस्पताल में ड्यूटी से लेकर दो सप्ताह के आराम की पूरी अवधि के दौरान डॉक्टरों, नर्स व पैरामेडिकल कर्मचारियों के रहने, खाने-पीने तक की सभी व्यवस्था अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि कोरोना के मरीजों के इलाज व जांच में कर्मचारियों को संक्रमण का खतरा होता है। हालांकि उनकी सुरक्षा के लिए विशेष ड्रेस उपलब्ध कराई जा रही है।