Lockdown2: जरूरतमंदों को खाना के साथ औषधि भी बांट रहा RSS, लाखों लोगों को मिला लाभ
देशव्यापी लॉकडाउन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ न सिर्फ लाखों जरूरतमंदों को खाना और अन्य जरूरी सहायता पहुंचा रहा है बल्कि वैश्विक महामारी कोरोना से बचने की औषधि भी बांट रहा है।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। देशव्यापी लॉकडाउन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ न सिर्फ लाखों जरूरतमंदों को खाना और अन्य जरूरी सहायता पहुंचा रहा है, बल्कि वैश्विक महामारी कोरोना से बचने की औषधि भी बांट रहा है। संघ के आनुषांगिक संगठन आरोग्य भारती की तरफ से लॉकडाउन के बाद से अब तक 25 लाख से अधिक लोगों तक इस काढ़े को पहुंचाया जा चुका है। साथ ही उसके द्वारा लोगों को स्वस्थ जीवन शैली का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, जिससे लाखों लोग लाभांवित हुए हैं।
आरोग्य भारती भारतीय मूल्य आधारित जीवन व जीवन पद्धति को बढ़ावा देने की मुहिम में वर्षों से लगी हुई है। फिलवक्त जब देश के लोग वैश्विक महामारी के असाधारण प्रकोप से जूझ रहे हैं तो उसका काम काफी बढ़ गया है। इससे जुड़े 3000 से अधिक चिकित्सक और पांच हजार से अधिक सक्रिय स्वयंसेवक देश के लोगों को इस बीमारी से लड़ने में मदद कर रहे हैं। इसमें सेवा भारती, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) समेत अन्य संगठनों के स्वयंसेवकों का भी सहयोग मिल रहा है।
आरोग्य भारती के संगठन महासचिव डॉ. अशोक वाष्ण्रेय ने बताया कि उन लोगों का अभियान गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार, केरल, आंध्र प्रदेश व तेलंगाना समेत कमोबेश सभी राज्यों में चल रहा है। लोगों को कोरोना से लड़ने के लिए शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने के उपाय बताए जा रहे हैं। इसमें रसोई में रखे मसालों का उपयोग और योगासन शामिल है। उन्होंने कहा कि फिलहाल इस बीमारी का कोई चिकित्सकीय उपाय नहीं है। इसे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर ही हराया जा सकता है। इसलिए आरोग्य भारती ने एक विशेष प्रकार का काढ़ा तैयार किया है। जिसे तकरीबन 25 लाख लोगों तक पहुंच गया है। यह मुहिम अभी जारी है। कोशिश है कि लोगों को सूखा काढ़ा दिया जाए ताकि वह इसे घर पर पकाएं। घर पर पकाने से घर के वातावरण की शुद्धि होती है।
संगठन के अखिल भारतीय वन औषधि प्रचार प्रसार आयाम प्रमुख वैद्य दीपक ने बताया कि एक सदस्य को 25 ग्राम के हिसाब से पांच दिनों का काढ़ा दिया जा रहा है। इसमें भी मुख्य रूप से कोरोना के खिलाफ सीधे जंग लड़ रहे चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मियों, स्वयंसेवकों, सफाई कर्मचारियों पर विशेष जोर है। दिल्ली में भी इसे बांटना प्रारंभ किया गया है। सबसे पहले सेवा भारती के 7000 से अधिक स्वयंसेवकों तक यह काढ़ा पहुंचाया जा रहा है।