Move to Jagran APP

Covid-19: दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सील होने से 10,000 से ज्यादा कर्मचारी फंसे

दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि इस बारे में हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार से बात हो रही है। यह केंद्र के निर्देशों का उल्लंघन है।

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 30 Apr 2020 08:27 AM (IST)
Hero Image
Covid-19: दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सील होने से 10,000 से ज्यादा कर्मचारी फंसे

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली और हरियाणा के बीच गुरुग्राम, सोनीपत और फरीदाबाद बॉर्डर सील होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि कुछ लोगों की रोजी-रोटी पर संकट पड़ सकता है।  

गौरतलब है कि हरियाणा सरकार द्वारा दिल्ली की सीमा सील किए जाने के कारण ऐसे कर्मचारियों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है जो रहने वाले हरियाणा के हैं, लेकिन दिल्ली में कार्यरत हैं। जरूरी सेवाओं के लिए दिल्ली सरकार ने अध्यापकों, डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगा रखा है। वहीं बड़ी संख्या में पुलिस वाले भी हरियाणा से आते हैं। ऐसे कर्मचारी जो हरियाणा के एनसीआर के शहरों से आते हैं, वे 25 अप्रैल से ही अपने घर नहीं जा पा रहे हैं। पहले यूपी सरकार ने ऐसा किया था अब हरियाणा सरकार ने यह आदेश जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि ऐसे 10 हजार से अधिक कर्मचारी बताए जा रहे हैं जो फंसे हुए हैं।

वहीं, दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि इस बारे में हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार से बात हो रही है। यह केंद्र के निर्देशों का उल्लंघन है।

वहीं दिल्ली सरकार में श्रम मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि केंद्र सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि दिल्ली में सब्जियों आदि की कमी नहीं होने दी जाएगी। लॉकडाउन में नरेला सर्किल में गरीबों को राशन की आपूíत की जिम्मेदारी संभाल रहे राजेश कुमार ने बताया कि मैं सोनीपत का रहने वाला हूं और दिल्ली सरकार में कार्यरत हूं, लेकिन बॉर्डर सील होने की वजह से घर नहीं जा पा रहा हूं। मजबूरी में जान-पहचान वाले के यहां किसी तरह रुका हूं। पानीपत, सोनीपत, झज्जर, गुरुगाम, फरीदाबाद आदि इलाकों के रहने वाले कर्मचारियों की ज्यादातर यही शिकायत है। बता दें कि दिल्ली के भाजपा विधायक राम वीर सिंह भी दिल्ली सरकार के इस रुख पर नाराजगी जता चुके हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।