Move to Jagran APP

दिल्‍ली में कोरोना: बंगाली मार्केट में 28 दिनों से नहीं आया एक भी नया केस, अब मिलेगी यहां छूट

बंगाली मार्केट में बीते 28 दिनों से कोई थी नया केस नहीं आया है। इसके बाद से यहां सील किए गए एरिया में छूट देने की कवायत शुरू हो गई है।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 03 May 2020 05:43 PM (IST)
Hero Image
दिल्‍ली में कोरोना: बंगाली मार्केट में 28 दिनों से नहीं आया एक भी नया केस, अब मिलेगी यहां छूट
नई दिल्‍ली, एएनआइ। दिल्‍ली के लुटियन जोन में कोरोना ने जब दस्‍तक दी थी तब से प्रशासन काफी मुस्‍तैदी से लड़ रहा था जिसका नतीजा आज सामने आया है। एएनआइ से मिली जानकारी के अनुसार बंगाली मार्केट में बीते 28 दिनों से कोई थी नया केस नहीं आया है। इसके बाद से यहां सील किए गए एरिया में छूट देने की कवायत शुरू हो गई है। हालांकि फिलहाल यहां पूरी तरह से निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी तरह की कोई छूट से कोई गड़बड़ी ना फैले। बता दें कि बंगाली मार्केट और इसके आसपास के इलाके को सील कर हॉट स्‍पॉट घोषित कर दिया गया था।

लुटियंस दिल्ली के बंगाली मार्केट की सील खोल दी है। आठ मार्च को यहां पर कोरोना के तीन मरीजों के सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने इलाके को सील कर दिया था। वहीं एक पेस्टी शॉप की छत पर 35 मजदूर भी नियमों का उल्लंघन करते हुए मिले थे। राहत की बात यह रही कि न तो इन 35 मजदूरों को कोरोना का संक्रमण हुआ और न ही कोरोना का नया मरीज सामने आया। इसके बाद प्रशासन ने बंगाली मार्केट को सील क्षेत्र की सूची से हटा कर डी-कंटेनमेंट कर दिया है। एक नामी मिठाई के मालिक के साथ उसके बेटे व नौकर को कोरोना का संक्रमण हुआ था। इसके बाद प्रशासन ने इस इलाके को हॉटस्पॉट घोषित किया था।

इधर, मधु विहार वार्ड में जरूरतमंदों की मदद के लिए युवा शक्ति संस्था के पदाधिकारी आगे आए हैं। ये जरूरतमंद लोगों के बीच राशन के साथ खाने के पैकेट का भी वितरण करते हैं। संस्था के अध्यक्ष विक्की झा ने बताया कि पिछले एक महीने से हमारे संस्था के 25 लोग इस कार्य में जुटे हुए हैं। लोगों की सुरक्षा को देखते हुए मास्क भी बांटे गए हैं। कहीं से भी जरूरतमंदों के बारे में जानकारी मिलती है तो हम उनकी मदद करने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा हम लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।