Move to Jagran APP

Delhi Metro News: लॉकडाउन में भी दिल्ली मेट्रो ने लगाए 3500 फेरे, जानें- ऐसा करने का कारण

Delhi Metro News लॉकडाउन के बाद मेंटनेंस को लेकर किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आए इसलिए लॉकडाउन के दौरान दिल्ली मेट्रो ने 3500 चक्कर लगाए हैं।

By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 04 May 2020 07:44 PM (IST)
Hero Image
Delhi Metro News: लॉकडाउन में भी दिल्ली मेट्रो ने लगाए 3500 फेरे, जानें- ऐसा करने का कारण
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क।  Delhi Metro News: कोरोना वायरस संक्रमण के खौफ के बीच लॉकडाउन जारी रहने से दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) की ट्रेनें एक महीने से ज्यादा समय से ठप हैं। इस बीच दिल्ली मेट्रो ने 3 मई (रविवार) को स्थापना के 26 साल पूरे किए, लेकिन लॉकडाउन के चलते यह उपलब्धि चर्चा में नहीं आई। वहीं, लॉकडाउन खत्म होने के बाद जैसे ही सरकार से मंजूरी मिलेगी दिल्ली मेट्रो संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है। 

लॉकडाउन में बिना सवारी रफ्तार भरती है मेट्रो

बता दें कि लॉकडाउन के बाद से दिल्ली मेट्रो ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद है और यात्रियों से खचाखच भरी रहने वालीं मेट्रो ट्रेनें जगह-जगह खड़ी हैं। इस बीच मेंटेनेंस को लेकर किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आए, इसलिए लॉकडाउन के दौरान दिल्ली मेट्रो ने 3500 चक्कर लगाए हैं। यह सिलसिला 17 मई तक भी जारी रहेगा।

इजाजत मिलते ही रफ्तार भरने के लिए तैयार मेट्रो

DMRC से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो का संचालन जब भी शुरू किया जाएगा, इसके लिए हम तैयार हैं। मेट्रो संचालन शुरू होने में किसी तरह की कोई  दिक्कत नहीं आए। इसके लिए लॉकडाउन के बावजूद ट्रेनों का संचालन बीच-बीच में किया जा रहा है। मेट्रो ट्रेनों के संचालन का मकसद किसी तरह की संभावित तकनीकी खराबी को पहले से ही दूर कर लेना है। 

264 मेट्रो स्टेशन और 14 डिपो ट्रेन संचालन के लिए तैयार

बताया जा रहा है कि DMRC को जब भी आदेश मिलेगा वह ट्रेनों का संचालन शुरू कर देगी। मेट्रो ट्रेनों के संचालन में किसी तरह की बाधा नहीं आए, इसीलिए लॉकडाउन के दौरान ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ाई जा रही हैं। इतना ही नहीं, DMRC की तैयारी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली मेट्रो के 264 स्टेशनों और 14 डिपो को इस तरह तैयार रखा गया है कि मंजूरी मिलते ही ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सके।

दिल्ली मेट्रो लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर रूटों पर कम से कम 2 ट्रेनों को दोनों छोर से चलाया जा रहा है और तकनीकी पहलुओं की जांच की जाती है। इस दौरान मेट्रो ट्रैक के साथ ट्रैक्‍शन, सिग्‍नलिंग, टेलीकम्‍युनिकेशस जैसी सेवाओं की जांच भी की गई।

यह भी जानें

  • लॉकडाउन के दौरान सिग्नल, इलेक्ट्रिकल, टेलीकम्यूनिकेश और ट्रैक के मद्देनजर स्टाफ को काम पर लगाया गया है।
  • एक स्‍टेशन मैनेजर और स्‍टेशन कंट्रोलर सप्ताह में एक दिन अनमैन्‍ड स्‍टेशनों का जायजा लेता है। 
  • मेट्रो भवन और शास्‍त्री पार्क के ऑपेरशन कंट्रोल सेंटर में 24 घंटे काम करते हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने 3 मई को अपना स्थापना दिवस बेहद सादगी से मनाया। DMRC के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह ने अपने यानी दिल्ली मेट्रो के तकरीबन 15,000 कर्मचारियों को इसकी बधाई दी। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि हमने सोशल मीडिया के जरिए अपना स्थापना दिवस मनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। एक संस्‍थान के तौर पर हमने जो कुछ हासिल किया है, उसपर हमें इस खास दिन पर बेहद गर्व महसूस करना चाहिए। मार्च में सर्विसेज संस्‍पेंड होने से पहले दिल्‍ली मेट्रो ने 60 लाख यात्राएं कराई हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।