Video: दिल्ली में शराब के ठेके के बाहर लाइन में लगे लोगों पर युवक ने बरसाए फूल
Delhi Wine Shop News राजधानी के चंदर नगर इलाके में एक सख्स शराब खरीदने वाले लोगों के ऊपर फूल बरसाए।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Tue, 05 May 2020 11:50 AM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली में शराब की दुकानों पर मंगलवार को भी लंबी लाइनें लग रही हैं। इस बीच राजधानी में एक भी मामला आया है जहां पर एक शख्स ने शराब खरीदने के लिए लाइन में लगे लोगों पर फूलों की बारिश की। चंदर नगर इलाके में एक शख्स ने शराब खरीदने वाले लोगों के ऊपर फूल बरसाए।
फूल बरसाने वाले युवक ने कहा कि शराब खरीदने वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे। सरकार के पास पैसे नहीं है। इसलिए इन लोगों का भी सम्मान किया जाना चाहिए।
#WATCH Delhi: A man showers flower petals on people standing in queue outside liquor shops in Chander Nagar area of Delhi. The man says, "You are the economy of our country, government does not have any money". #CoronaLockdown pic.twitter.com/CISdu2V86V
— ANI (@ANI) May 5, 2020
समाचार एजेंसी एएनआइ की तरफ से जारी वीडियो में दिख रहा है कि चंदर नगर इलाके में शराब के ठेके के बाहर लंबी लाइनें लगी हैं। एक शख्स फूल लेकर आता है और लाइन में लगे लोगों पर पुष्प फेंकने लगता है। लोगों के ऊपर फूल फेंकने वाले युवक ने सभी को हाथ जोड़कर धन्यवाद भी करता है। इसके जवाब में लाइन में खड़े लोग भी हाथ जोड़कर उसका अभिवादन स्वीकार करते दिख रहे हैं।
राज्यों को मिलता है बड़ा राजस्व
शराब से राज्यों को बड़ा राजस्व मिलता है। ऑल इंडिया ब्रूवर्स एसोसिएशन (एआइबीए) के डायरेक्टर जनरल शोभन रॉय ने कहा कि शराब उद्योग से राज्यों को 2.5 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। इसमें केंद्र की कोई हिस्सेदारी नहीं होती।बता दें कि देश में कोरोना वायरस के कारण कंपनियां बंद हैं। सिर्फ आवश्यक सेवाओं को प्रदान करने वाली कंपनियां ही सरकार से अनुमति के बाद खुली हैं। इसके अलावा सार्वजनिक परिवहन, हवाई यात्रा और रेल सेवाएं भी बंद हैं। अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने वाले संस्थान बंद होने की वजह से पैसे की कमी हो गई है।
राजधानी में शराब की चाह में बह गईं लॉकडाउन की बंदिशेंदिल्ली में सोमवार सुबह नौ बजे शटर उठता, उससे बहुत पहले रात से ही ठेकों के बाहर लोग जुटने लगे। कहीं-कहीं तो यह लाइन दो किलोमीटर से ज्यादा लंबी थी। पैसे वालों ने कुक, ड्राइवर, गार्ड और अन्य कर्मचारियों को लाइन में खड़ा करा दिया। 40 दिनों से पूरे धैर्य के साथ लॉकडाउन के नियमों का पालन कर रहे लोगों के सब्र का पैमाना जैसे छलक गया। बेकाबू और बेसब्र भीड़ छीनाझपटी पर उतर आई। बोतल पाने की चाह में लोग मास्क और शारीरिक दूरी के नियम भूल चुके थे। एक व्यक्ति को अधिकतम नौ लीटर शराब (करीब एक पेटी) खरीदने की अनुमति थी। लेकिन लोग स्कूटर, कार और पैदल दो-दो, तीन-तीन पेटियां ले जाते नजर आए।
लक्ष्मी नगर, कृष्णा नगर, दरियागंज, पहाड़गंज, करोलबाग, वसंत कुंज, इंद्रा पार्क, कनॉट प्लेस, मालवीय नगर समेत दिल्ली की चुनिंदा 150 दुकानों के सामने कमोबेश यही नजारा था। भीड़ के कारण कई जगहों पर सड़कें जाम हो गईं और गाड़ियों के हॉर्न शोर करने लगे। जब पुलिस के लिए इन्हें संभालना मुश्किल हो गया तो कई जगह लाठियां भांजनी पड़ीं और दोपहर तक सभी ठेके बंद करा दिए गए। इन्हें शाम 6.30 बजे तक खुलना था।
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