दिल्ली पुलिस का सिपाही अचानक आया Covid-19 की चपेट में, किसी अस्पताल ने नहीं किया भर्ती; 24 घंटे में मौत
कहीं सुविधाओं का अभाव तो कहीं अस्पताल के नियमों का हवाला देकर उन्हें भर्ती नहीं किया गया। उन्हें भर्ती करने के लिए जब तक कोरोना की रिपोर्ट आई वह दुनिया को अलविदा कह चुके थे।
By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 07 May 2020 08:10 AM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना के खिलाफ सड़क से लेकर अस्पताल तक जंग लड़ने वाला सिपाही कोरोना का शिकार बन गया है। यही नहीं संक्रमित सिपाही के उपचार के लिए उनके साथी अस्पतालों की ठोकरें खाते रहे। इस बीच कहीं सुविधाओं का अभाव तो कहीं अस्पताल के नियमों का हवाला देकर उन्हें भर्ती नहीं किया गया। उन्हें भर्ती करने के लिए जब तक कोरोना की रिपोर्ट आई, वह दुनिया को अलविदा कह चुके थे। सिपाही की मौत पर उनके साथियों ने व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए रोष जताया है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक हरियाणा के सोनीपत के हुल्लहेड़ी निवासी कांस्टेबल अमित कुमार उत्तर-पश्चिम जिले के भारत नगर थाने में तैनात थे। उनके साथियों का कहना है कि सोमवार को उनकी तबीयत खराब हुई थी। उस दिन दवा लेने के बाद आराम मिल गया था। लेकिन रात में करीब दो बजे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई तो गर्म पानी दिया गया। इसके बाद मंगलवार की सुबह नजदीकी जांच केंद्र पर पहुंचाया। वहां बताया गया कि जांच की सुविधा है, लेकिन भर्ती नहीं किया जा सकता। इस बीच उनकी तबीयत और खराब हो गई। इस पर साथी उन्हें लेकर अंबेडकर अस्पताल पहुंचे। यहां कई घंटे बाद भी उन्हें भर्ती नहीं किया गया।
दरअसल यहां कहा गया कि जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती हैं, उन्हें ही भर्ती किया जाता है। ऐसे में साथी उन्हें लेकर देश बंधु अस्पताल पहुंचे। यहां कोरोना जांच टीम ने दवा दी और अशोक विहार में बने जांच केंद्र के लिए रेफर कर दिया। दवा मिलने पर कुछ आराम मिला।
वहां करीब दो घंटे बाद जांच हुई, लेकिन वहां भी भर्ती करने के बजाय उन्हें घर ले जाने की सलाह दे दी गई। इस पर साथी उन्हें लेकर शाम को थाने पहुंच गए। इसके बाद दोनों साथी खाना लेने चले गए, कुछ दे बाद जब वह लौटे तो वह सांस नहीं ले पा रहे थे। इसके बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इधर बुधवार को उनकी कोरोना जांच की रिपोर्ट आई, जो कि पॉजिटिव है।
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