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मित्र ऑफ गंगा: चल पड़ा है पतित पावनी गंगा के दोस्तों का कारवां

मुहिम के तहत गंगा के प्रति मित्रता दिखाने की अपील करते हुए सोशल मीडिया पर लोगों से जुड़ने की अपील की जा रही है।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 02 Aug 2020 03:19 PM (IST)
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मित्र ऑफ गंगा: चल पड़ा है पतित पावनी गंगा के दोस्तों का कारवां

नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के बीच प्रकृति के इशारे को समझते हुए 'अतुल्य गंगा' संस्थान ने एक महत्वाकांक्षी मुहिम छेड़ी है। संस्थान से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों का प्रयास है कि कोरोना काल में साफ हुई गंगा आगे भी ऐसी ही बनी रहे। गंगा को हमेशा निर्मल रखने के लिए अतुल्य गंगा की मुहिम से तकरबीन 10,000 से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं, इनमें छात्र-छात्राएं अधिक हैं, जो गंगा की सफाई के प्रति अपना समर्पण जता चुके हैं। संस्थान के सदस्य लोगों को गंगा नदी की विशेषता बताने के साथ इसमें रहने वाले सभी जीवों का खयाल रखने का वादा करवा रहे हैं।

'मित्र ऑफ गंगा' मुहिम जारी

अंतराष्ट्रीय मित्रता दिवस (2 अगस्त) पर देशभर के हजारों छात्रों ने गंगा से दोस्ती का वादा किया है। दरअसल, मित्रता को नए मायने देने और वातावरण को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए अतुल्य गंगा संस्था के सदस्यों ने 'मित्र ऑफ गंगा' मुहिम छेड़ी है। इसके तहत गंगा के प्रति मित्रता दिखाने की अपील करते हुए सोशल मीडिया पर लोगों से जुड़ने की अपील की जा रही है। 'मित्र ऑफ गंगा' नाम की इस मुहिम के जरिए गंगा नदी को लेकर कई पहलुओं को दिखाया और बताया जा रहा है।

मुहिम से तेजी से जुड़े रहे सभी वर्गों के लोग

सदियों से जीवनदायिनी के रूप में जानी जाने वाली पतित पावनी गंगा को उसके पुराने स्वरूप में लाने के लिए 'मित्र ऑफ गंगा' नाम की मुहिम शुरू होते ही लोगों का इससे जुड़ना शुरू हो गया है। इसमें लॉकडाउन के पहले और बाद में गंगा में प्रदूषण की वजह को भी स्पष्ट किया गया है। मुहिम के जरिये पानी में रहने वाले तमाम उन जीव-जंतुओं के बारे में भी बताया गया हैं जो गंगा के साफ होते ही वापस दिखने लगे हैं। इस मुहिम से 10,000 से भी ज्यादा लोग जुड़ चुके है, जिनमें छात्रों की संख्या ज्यादा है।

गंगा ने हमारे लिए बहुत कुछ किया, अब हमारी बारी

अतुल्य गंगा के संस्थापक सेवानिवृत्त कर्नल मनोज केश्वर की मानें तो इस कोरोना महामारी के बीच प्रकृति ने एक सकारात्मक संकेत दिया है, ताकि हम प्रकृति के महत्व को जान सकें। गंगा सदियों से हमारे लिए बहुत कुछ करती आई है। दोस्ती के वो सारे फर्ज अदा किए हैं जो हम आज अपने दोस्तों से वादा करते हैं। जाने-अनजाने में सभी ने गंगा और उनमें रहने वाले जीवों को बहुत कष्ट दिया है, इसलिए इस अंतराष्ट्रीय मित्रता दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया के जरिये संस्था ने स्कूली छात्रों व नागरिकों को गंगा का दोस्त बनने की अपील की है। इससे जुड़े लोगों से गंगा और उसमें रहने वाले सभी जीवों का खयाल रखने का वादा करवाया जा रहा है।

वेबिनार के जरिये भी किया जा रहा प्रेरित

राजधानी दिल्ली समेत देशभर के स्कूली छात्रों को वेबिनार के जरिये यह भी समझाया जा रहा है कि कैसे गंगा के साफ होते ही उसमे रहने वाले जीव- जंतु वापस गंगा में दिखने लगे हैं। इस मुहिम के जरिये लोग पृथ्वी को संरक्षित रखना सीखेंगे और आने वाली पीढ़ी को भी यह सीख दे पाएंगे।

 अब थमेगा नहीं कारवां

उत्तम सिंह (प्रधानाचार्य, जिंदल पब्लिक स्कूल, द्वारका) का कहना है कि अंतराष्ट्रीय मित्रता दिवस को मनाने का यह काफी बेहतर तरीका है। स्कूल के छात्र भी इस मुहिम का हिस्सा बने हैं। सभी ने अपनी कला के जरिए मित्रता और गंगा की सफाई का वादा किया है। इस मुहिम को लेकर उनके भीतर मित्रता दिवस को मनाने का अलग उत्साह देखने को मिला है। जल्द ही छात्रों द्वारा बनाई कलाकृतियों को स्कूल के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से साझा भी किया जाएगा। यह काम अब रुकेगा नहीं, बल्कि यह कारवां आगे बढ़ता ही जाएगा।

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