Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो से जुडे़ कारोबारियों को 4 महीने के दौरान जबरदस्त नुकसान
Delhi Metro News मेट्रो स्टेशनों पर दुकान चलाने वाले कारोबारियों सहित कई अन्य कांट्रक्टरों ने डीएमआरसी से किराए व शुल्क में रियायत देने की मांग की है।
By JP YadavEdited By: Updated: Fri, 07 Aug 2020 07:56 AM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो का परिचालन बंद होने के कारण दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) से कांट्रेक्ट पर जुडे़ कोरोबारियों का भी कामकाज प्रभावित हुआ है। पिछले 4 महीने से भी अधिक समय से दुकानें बंद होने से जबरदस्त घाटा तो हुआ है, साथ ही हजारो लोगों के सामने रोजगार छिनने का संकट खड़ा हो गया है। इस वजह से मेट्रो स्टेशनों पर दुकान चलाने वाले कारोबारियों सहित कई अन्य कांट्रक्टरों ने डीएमआरसी से किराए व शुल्क में रियायत देने की मांग की है। उम्मीद है कि डीएमआरसी मेट्रो स्टेशनों पर दुकान चलाने वाले कारोबारियों को किराए में रियायत देगा।
बताया जा रहा है कि डीएमआरसी ने चार सदस्यीय एक कमेटी गठित की है, जिसमें महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी सदस्य हैं। यह कमेटी तय करेगी कि किस श्रेणी के कांट्रेक्टर को रियायत दी जा सकती है। डीएमआरसी के अनुसार, विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर करीब 400 दुकानें हैं। मेट्रो का परिचालन बंद होने से दुकानें भी बंद हैं। इसके अलावा मेट्रो में विज्ञान, मेट्रो के साथ मिलकर स्टेशनों की ब्रांडिंग, मोबाइल टावर सहित कई तरह के कांट्रेक्टर डीएमआरसी से जुडे़ हैं, जिन्हें डीएमआरसी ने पहले से तय शुल्क पर कार्य सौंपा है। जो अब शुल्क में रियायत चाहते हैं।
22 मार्च से बंद है मेट्रो का संचालन
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते शुरू हुए लॉकडाउन की वजह से 22 मार्च से दिल्ली मेट्रो का परिचालन बंद है। वर्ष 2018-19 में डीएमआरसी को यात्रियों के किराये से 3121 करोड़ व दुकानों से मिलने वाले किराए, विज्ञापन सहित संपत्ति विकास के अन्य साधनों से 594 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण मेट्रो का परिचालन बंद होने से दिल्ली मेट्रो को अब तक करीब 1350 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हो चुका है। आलम यह है कि ट्रेनों का परिचालन ठप होने से दिल्ली मेट्रो को रोजाना 10 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है।
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