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Good News: कश्मीरी गेट बस अड्डे के पास जाम से मिलेगी राहत, हजारों यात्रियों को मिलेगी राहत

रिंग रोड पर सुबह- शाम प्राचीन हनुमान मंदिर से लेकर आइएसबीटी से होते हुए युधिष्ठिर फ्लाईओवर के आगे तक जाम लगता है। लगभग एक किलोमीटर का यह क्षेत्र जाम से प्रभावित रहता है।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 09 Aug 2020 09:01 AM (IST)
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Good News: कश्मीरी गेट बस अड्डे के पास जाम से मिलेगी राहत, हजारों यात्रियों को मिलेगी राहत
नई दिल्ली [वी.के.शुक्ला]। रिंग रोड पर महाराणा प्रताप आइएसबीटी कश्मीरी गेट बस अड्डे के पास जाम से निजात दिलाने के लिए लोक निर्माण विभाग और यातायात पुलिस ने मिलकर एक नई योजना बनाई है। इसके तहत बस अड्डे के बाहरी गेट से निकलने वाली बसों के लिए अलग स्लिप रोड निर्धारित की जाएगी। फुटपाथ के कुछ भाग को सड़क में लिया जाएगा और रिंग रोड के कुछ हिस्से को इस स्लिप रोड में लिया जाएगा।

यह स्लिप रोड आइएसबीटी से शुरू होकर युधिष्ठिर फ्लाईओवर के नीचे से होती हुई 50 मीटर और आगे जाकर मुख्य मार्ग में मिल जाएगी। इस पर केवल बसों और ट्रकों को ही चलाने की अनुमति होगी। इससे पहले 2015 में भी लोक निर्माण विभाग और यातायात पुलिस ने यहां पर जाम की समस्या को दूर करने के प्रयास किए थे। उस समय आइएसबीटी की बसों के लिए अलग लेन बनाई गई थी, मगर उस प्रयोग में रिंग रोड का ही काफी हिस्सा चला गया था। इस कारण जाम की समस्या जस की तस बनी रही।

युधिष्ठिर फ्लाईओवर के नीचे से हटेगी ग्रीन बेल्ट

वर्तमान में तीस हजारी की ओर से आकर कश्मीरी गेट और मोरीगेट की ओर जाने के लिए युधिष्ठिर फ्लाईओवर के नीचे से यू-टर्न लेना पड़ता है। इस यू-टर्न के पास ही ग्रीन बेल्ट है। इसे हटा दिया जाएगा। इसके स्थान पर यू-टर्न बनेगा। जहां पर अभी यू-टर्न बना है यह जगह स्लिप रोड के लिए उपयोग में लाई जाएगी। ऐसा करने से रिंग रोड पर मुख्य मार्ग का यातायात प्रभावित नहीं होगा।

एक किलोमीटर क्षेत्र जाम से है प्रभावित

रिंग रोड पर सुबह- शाम प्राचीन हनुमान मंदिर से लेकर आइएसबीटी से होते हुए युधिष्ठिर फ्लाईओवर के आगे तक जाम लगता है। लगभग एक किलोमीटर का यह क्षेत्र जाम से प्रभावित रहता है। इसका कारण महाराणा प्रताप बस अड्डे से निकलने वाली बसें भी हैं। बसों से रिंग रोड का काफी हिस्सा घिर जाता है। महाराणा प्रताप बस अड्डे से दूसरे राज्यों के लिए दो हजार के करीब बसें चलती हैं। यहां से प्रतिदिन डेढ़ लाख के करीब यात्री आवागमन करते हैं।

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