आगरा में जिसके अपहरण का मुकदमा दर्ज था, वह दिल्ली के आश्रय गृह में मिली
पुलिस ने लड़की को उसकी मां के हवाले कर दिया गया है। हालांकि लड़की अभी स्पष्ट रूप से यह नहीं बता रही है कि वह आगरा से दिल्ली कैसे पहुंची।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Tue, 11 Aug 2020 03:21 PM (IST)
नई दिल्ली [अरविंद द्विवेदी]। दक्षिणी दिल्ली जिले की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने आगरा से लापता नाबालिग लड़की को बरामद कर अपहरण का मामला सुलझा लिया है। आगरा के जगदीशपुरा थाने में लड़की की मां ने 14 मार्च को उसके अपहरण का मामला दर्ज कराया था। लड़की की मां ने पुलिस को बताया था कि उसकी बेटी का 12 मार्च को किसी ने अपहरण कर लिया है। पुलिस ने लड़की को उसकी मां के हवाले कर दिया गया है। हालांकि लड़की अभी स्पष्ट रूप से यह नहीं बता रही है कि वह आगरा से दिल्ली कैसे पहुंची।
दक्षिणी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की एएचटीयू की टीम छतरपुर स्थित एक एनजीओ के आश्रय गृह में गुमशुदा बच्चों की काउंसिलिंग के लिए गई थी। यहां 14 साल की इस लड़की ने बताया कि वह आगरा के सीता राम बगीची की रहने वाली है। एनजीओ की ओर से बताया गया कि हजरत निजामुद्दीन रेलवे पुलिस ने उन्हें 12 मार्च को लड़की को एनजीओ को सौंपा था। तब से लड़की इसी आश्रय गृह में रह रही थी।
नाबालिग को किया गया परिजनों के हवाले
पुलिस ने आगरा पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि लड़की की मां ने उसके अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था। इस पर आगरा पुलिस लड़की की मां के साथ दिल्ली पहुंची। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, कालकाजी में पेश करने के बाद लड़की को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि लड़की ने अभी स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया है कि वह आगरा से दिल्ली कैसे पहुंची। अब आगे आगरा पुलिस ने भी यह जानने का प्रयास करेगी कि लड़की भटककर दिल्ली पहुंची या वाकई में उसका अपहरण हुआ था। नाबालिग लड़की के परिजनों ने दिल्ली पुलिस का शुक्रिया अदा किया है। बेटी मिलने के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली है।
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