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Delhi Unlock 3.0: सीटीआइ के चेयरमैन की गुहार, होटल, जिम व साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति दें उपराज्यपाल

Delhi Unlock 3.0 सीटीआइ चेयरमैन ब्रजेश गोयल ने कहा गुरुग्राम व नोएडा जैसे पड़ोसी शहरों में मामले अधिक हैं तो भी वहां होटलों और अन्य गतिविधियों को अनुमति है तो दिल्ली में भी मिले।

By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 12 Aug 2020 02:55 PM (IST)
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Delhi Unlock 3.0: सीटीआइ के चेयरमैन की गुहार, होटल, जिम व साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति दें उपराज्यपाल
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। कारोबारी संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से होटल, जिम और साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति देने की मांग की है। सीटीआइ के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कनॉट प्लेस में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली सरकार के फैसले को उपराज्यपाल ने खारिज कर दिया था, जिसके चलते इनसे जुड़े करीब 25 लाख लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट ज्यादा गहरा गया है। प्रेस कान्फ्रेंस के बाद उन्होंने कुछ जिम और होटल संचालक के साथ मिलकर विरोध-प्रदशर्न भी किया। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि 8 जून को केंद्र सरकार का ही आदेश था कि पूरे देश में होटल और साप्ताहिक बाजार खोले जा सकते हैं। हालांकि, तब कोरोना को लेकर दिल्ली में परिस्थितियां गंभीर थीं, इसलिए होटल और साप्ताहिक बाजारों को अनुमति नहीं दी गई थी। अब हालात बेहतर हो रहे हैं। संक्रमण के मामले कम होने के साथ स्वस्थ होने वाले लोगों की दर भी 90 फीसद से अधिक हो गई है। इस कारण दिल्ली सरकार ने इन्हें खोलने का फैसला लिया, जिस पर उपराज्यपाल ने अड़ंगा लगा दिया।

बृजेश गोयल ने कहा गुरुग्राम व नोएडा जैसे पड़ोसी शहरों में मामले अधिक हैं तो भी वहां होटलों और अन्य गतिविधियों को अनुमति है। दिल्ली सरकार अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटी है। ऐसे समय में यहां पर होटल, जिम और साप्ताहिक बाजारों को खुलने की अनुमति नहीं देना समझ से परे है।

साप्ताहिक बाजार व्यापारी संजय सचदेवा और अशोक अरोड़ा ने बताया कि दिल्ली में लगभग 2,700 साप्ताहिक बाजार लगते हैं। इसके अलावा छोटे बड़े लगभग 2,500 बजट होटल व गेस्ट हाउस हैं। जिम मालिक चिराग सेठी और विनय सांगवान ने बताया कि राजधानी में 5,500 जिम हैं। इनसे जुड़े लाखों लोगों का रोजगार ठप हो गया है। अगर जिम खोलने की अनुमति नहीं दी गई तो आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा।

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