दिल्ली की 5,500 बसों में लगाए जा रहे सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन और जीपीएस, यात्रियों को मिलेगा लाभ
प्रत्येक पुरानी बस में 3-3 सीसीटीवी कैमरे 10 पैनिक बटन लगाए जाएंगे। ऐसी करीब 5500 बसें हैं जिनमें यह काम शुरू होगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। तीन साल के प्रयास के बाद अब डीटीसी और क्लस्टर की सभी पुरानी बसों में सीसीटीवी कैमरे लगने शुरू होंगे। सभी पुरानी बसों में 1 सितंबर से सीसीटीवी, पैनिक बटन और जीपीएस बेस्ड वीकल लोकेशन सिस्टम लगना शुरू हो जाएगा। प्रत्येक पुरानी बस में 3-3 सीसीटीवी कैमरे, 10 पैनिक बटन लगाए जाएंगे। ऐसी करीब 5500 बसें हैं, जिनमें यह काम शुरू होगा। यह कार्य दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि नई आने वाली बसों में तो सभी जरूरी सिक्योरिटी फीचर होते हैं, लेकिन अब पुरानी बसों को भी इस सिस्टम के दायरे में लाया जा रहा है।
बसों में सफर करने वालों की सुरक्षा की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। इससे बसों की निगरानी भी बेहतर तरीके से हो सकेगी। इन सिस्टम के लगने से बसों की टाइमिंग को लेकर भी लोगों को जानकारी मिल सकेगी। दिल्ली सरकार ने हाल ही में ई-टिकटिंग प्रोजेक्ट भी शुरू किया है, जिसका ट्रायल किया जा रहा है।
ई-टिकटिंग योजना में एक एप बनाया गया है, जिससे लोग टिकट हासिल करते हैं। इस एप को ट्रायल के नतीजों के आधार पर और बेहतर किया जाएगा। एप में बसों की टाइमिंग को भी शामिल किया जाएगा। अभी डीटीसी की 100 से ज्यादा बसों में ही सीसीटीवी लगाए गए हैं। अब डीटीसी की करीब 3500 और क्लस्टर की करीब 2000 बसों में कैमरे लगाए जाएंगे।
स्टॉप पर भी मिलेगी बसों की जानकारी
बसों में जीपीएस लगने के बाद सभी बस स्टॉप पर यात्री सूचना व्यवस्था (पीआइएस) भी लगाया जाएगा। बस स्टॉप पर इस बोर्ड के लगने के बाद यात्रियों को बसों के बारे में पूरी जानकारी मिल सकेगी। सेंट्रलाइज्ड कमांड सेंटर बनाया जाएगा। दिल्ली सरकार के अधिकारियों का कहना है कि महिला सुरक्षा को लेकर यह बहुत अहम कदम साबित होगा। कमांड सेंटर पर लाइव स्ट्रीमिंग की भी सुविधा होगी। पैनिक बटन के जरिए किसी भी बस के बारे में शिकायत मिलती है तो कंट्रोल रूम में तुरंत सूचना मिल जाएगी।
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