Delhi Parking Fee News: 250 फीसद बढ़े पार्किंग शुल्क ने आधा किया बंगाली माार्केट का कारोबार
दुकानदारों के मुताबिक नई दरें 1 सितंबर से लागू हुई है। इसके पहले आठ माह तक यहां भी पार्किंग निशुल्क था। यहां के गोल चौराहे व एक लेन की पार्किंग में एक साथ-60 से 70 कारें खड़ी हो सकती है।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। महज पार्किंग की दर में बढ़ोतरी ने लुटियन दिल्ली के प्रसिद्ध बंगाली मार्केट के कारोबार को आधा कर दिया है। यहां आने वाली प्रत्येक कार से 50 रुपये प्रति घंटा पार्किंग शुल्क वसूला जा रहा है, जबकि पूरी दिल्ली में यह शुल्क कमोबेश 20 रुपये ही है। यहां के दुकानदारों के मुताबिक नजदीक के प्रसिद्ध कनॉट प्लेस, शंकर मार्केट, कारपोरेट कंपनियों के हब बाराखंभा व नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के अन्य बाजारों और व्यवसायिक स्थानों पर अधिकतम पार्किंग की दरें भी 20 रुपये ही है। वहीं, प्रसिद्ध खान मार्केट का पार्किंग नि:शुल्क है। दुकानदारों के मुताबिक नई दरें 1 सितंबर से लागू हुई है। इसके पहले आठ माह तक यहां भी पार्किंग नि:शुल्क था। यहां के गोल चौराहे व एक लेन की पार्किंग में एक साथ-60 से 70 कारें खड़ी हो सकती है।
दुकानदारों का कहना है कि 90 साल पुराना यह स्थानीय निवासियों का बाजार है। यहां मौजूद 60 दुकानों में प्रसिद्ध नाथू स्वीट्स व बंगाली स्वीट्स के साथ डिपार्टमेंटल स्टोर, गिफ्ट, दवा, ड्राईक्लीन, बेकरी, स्टेशनरी, चश्मा व फल-फूल समेत अन्य की दुकानें हैं। यह बाबर रोड, तानसेन रोड, टोडरमल रोड, बाजार लेन, सेंट्रल लेन, बाराखंभा, कापरनिक्स व फिरोजशाह रोड, समेत अन्य मार्गों पर रहने वाले लोगों की दैनिक जरूरतें पूरी करता है। यह मंडी हाउस के नजदीक है तो साहित्यकार व रंगमंच से जुड़े लोगों का भी जमावाड़ा लगता है। ऐसे में एक व्यक्ति किसी-किसी दिन एक दिन में कई बार आता है और हर बार कार पार्किंग के उसे 50 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। यह अब उन्हें महंगा सौदा लग रहा है। इसलिए वर्षों के परंपरागत ग्राहक दूसरे बाजारों का रुख करने लगे हैं। कोरोना संक्रमण के कारण पहले से ही कारोबार आधा है। उसमें भी बढ़े पार्किंग की दर ने कारोबार को और घटा दिया है। अब मुश्किल से 25 से 30 फीसद बिक्री रह गई है। इस मामले में दुकानदारों ने एनडीएमसी से जल्द पार्किंग शुल्क हटाने या कम करने की मांग की है। अन्यथा एक बार फिर आंदोलन की चेतावनी दी है। पिछले वर्ष नवंबर में भी इसे लेकर उनकी एनडीएमसी से तकरार हुई थी। तब भी पार्किंग शुल्क 20 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये किया गया था। दुकानदारों ने कई दिनों तक दुकानें बंद कर धरना-प्रदर्शन किया था। उसमें एनडीएमसी के कदम वापस लेने पर यहां की पार्किंग तब नि:शुल्क हो गई थी।
इस संबंध में एनडीएमसी से आश्वासन मिला है कि जल्द ही पार्किंग की दरों को घटाया जाएगा। हम कुछ दिन देख रहे हैं अन्यथा आंदोलन को विवश होंगे। -मुकेश गुप्ता, अध्यक्ष, बंगाली मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन
स्थिति यह कि जितना ड्राई क्लीन का शुल्क नहीं है। उससे अधिक पार्किंग शुल्क हो जा रहा है। एक बार कपड़ा आकर देने और दूसरे बार लेकर जाने में ग्राहक को 100 रुपये पार्किंग शुल्क देने पड़ जा रहे हैं। इससे काम बहुत प्रभावित हुआ है। -संजीव गुप्ता, लैका ड्राई क्लीनर्स
नियमित ग्राहक अब यहां आने से कतरा रहे हैं। वह दूसरे बाजारों का रुख कर रहे हैं। यहां के पार्किंग कर्मियों का व्यवहार भी ठीक नहीं रहता है। वह झगड़े पर उतारू रहते हैं। इससे बाजार की छवि खराब हो रही है। -अभिषेक, एरेन आप्टिकल्स
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो