17 साल से दिल्ली-एनसीआर में छिप कर रह रहा था अपराधी, पकड़ में आया तो चौंक गई पुलिस
डीसीपी नई दिल्ली जिला ईश सिंघल के मुताबिक अकरम ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है। वारदात के बाद से वह फरार था। पुलिस से बचने के लिए वह अपना नाम बदलकर दिल्ली-एनसीआर में लगातार अलग-अलग जगहों पर छिपकर रह रहा था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में मंदिर मार्ग थाना पुलिस 17 साल से लगातार फरार चल रहे एक भगोड़े शातिर अपराधी अकरम को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। इससे पहले अंबेडकर नगर थानाक्षेत्र में चोरी के मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने 13 दिसंबर 2002 को अकरम को भगोड़ा घोषित कर दिया था। डीसीपी नई दिल्ली जिला ईश सिंघल के मुताबिक, अकरम ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है। वारदात के बाद से वह फरार था। पुलिस से बचने के लिए वह अपना नाम बदलकर दिल्ली-एनसीआर में लगातार अलग-अलग जगहों पर छिपकर रह रहा था। बुधवार को मंदिर मार्ग थाना पुलिस को सूचना मिली कि अंबेडर नगर इलाके में चोरी के मामले में भगोड़ा घोषित अकरम कनॉट प्लेस आने वाला है। एसआइ जय सिंह, एएसआइ इंदर सिंह, रितुल कुमार व हवलदार कुलदीप सिंह की टीम ने उसे दबोच कर अंबेडकर नगर थाना पुलिस को सौंप दिया।
पकड़ में आया तो हैरान रह गई पुलिस
गिरफ्त में आए अकरम को देखकर दिल्ली पुलिस भी चौंक गई, क्योंकि 17 साल के लंबे अंतराल के बाद उसका हुलिया काफी कुछ बदल चुका था। अब पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि अकरम को 17 साल तक छिपाने में किस-किसने अपनी भूमिका अदा की है। पुलिस ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई करेगी। वहीं, पुलिस पूछताछ में अकरम ऐसे नामों का खुलासा कर सकता है, जिनकी मदद से वह लगातार 17 साल तक दिल्ली-एनसीआर में छिपने में कामयाब रहा।
दिल्ली पुलिस का दावा है कि शिव, मोहन सुमित को नेपाल की प्रहरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आरोपितों को दिल्ली पुलिस के हवाले करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पूछताछ के दौरान पुलिस को विष्णु ने बताया कि वह गुरुग्राम में प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है। लूट का माल छुपाने के लिए इनलोगों ने जहांगीरपुरी व उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में अपने ठिकाने बनाए हुए हैं।
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