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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एम्स की डॉ. मल्लिका कौशल ने बताया- क्या करें और क्या नहीं

डॉक्टर मल्लिका कौशल का कहना है कि होम आइसोलेशन में उपचार कराने वाले मरीजों को इन दिनों दोहरी सतर्कता ध्यान रखना जरूरी है। मरीजों को अपने साथ साथ परिवार के अन्य सदस्यों का ध्यान रखने की जरूरत है।

By JP YadavEdited By: Updated: Fri, 30 Oct 2020 10:11 AM (IST)
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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की डॉक्टर मल्लिका कौशल की फाइल फोटो।

नई दिल्ली [राहुल सिंह]। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद बड़ी संख्या में लोग इन दिनों होम आइसोलेशन में इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान  (एम्स) की डॉक्टर मल्लिका कौशल का कहना है कि होम आइसोलेशन में उपचार कराने वाले मरीजों को इन दिनों दोहरी सतर्कता ध्यान रखना जरूरी है। मरीजों को अपने साथ साथ परिवार के अन्य सदस्यों का ध्यान रखने की जरूरत है। उन्हें अपने खाने पीने के बर्तन और पहनने ओढ़ने के कपड़े परिवार के सदस्यों से बिल्कुल अलग रखने होंगे। साथ ही मरीज कोशिश करें कि वह खुद से नहीं धोए।

बेवजह घर से नहीं निकलें लोग

डॉक्टर मल्लिका कौशल की मानें तो इन दिनों लोगों को बाहर निकलते वक्त किसी भी तरीके की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। लोगों को यह बात जाननी जरूरी है कि अब दिल्ली में कोरोना संक्रमण के केसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिसके कारण इसके फैलने का खतरा भी और अधिक हो गया है। ऐसे में लोगों को बेवजह घर से बाहर या बाजार में नहीं जाना चाहिए।

लक्षण दिखने पर घबराएं नहीं, जांच कराएं

डॉक्टर मल्लिका कौशल ने बताया कि अगर लोग बाहर जा भी रहे हैं तो उन्हें सबसे पहले शारीरिक दूरी और चेहरे व नाक पर मास्क लगाना बहुत जरूरी होगा। एक सेकेंड के लिए भी मास्क नहीं उतारना चाहिए। तभी वह कोरोना संक्रमण से बच सकेंगे। डॉक्टर ने कहा कि इन दिनों मौसम में अचानक से बदलाव होने के कारण वायरल फीवर के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को घबराना नहीं चाहिए। कई बार लोग वायरल फीवर को कोरोना समझ लेते हैं और घबराने लगते हैं। वहीं, डेंगू और मलेरिया के मरीजों को तेज बुखार होने के कारण वह भी लोग उसे कोरोना मान ले रहे हैं। ऐसे में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं हैं। लोगों को नजदीकी केंद्र पर जाकर अपनी जांच करा लेनी चाहिए और उसके बाद अपना उपचार करना शुरू कर देना चाहिए।

काढ़ा पीना भी लाभदायक

वहीं, इन दिनों बड़ी संख्या में लोग होम आइसोलेट होकर अपना उपचार कर रहे हैं। होम आइसोलेशन वाले मरीजों को अपने खानपान का विशेष तौर से ध्यान रखना चाहिए, जिसमें पौष्टिक आहार सबसे हम हैं। खासतौर से उन्हें ताजे फल का प्रयोग करना चाहिए, जिनमें संतरा, मौसमी, आंवला आदि शामिल है। इन का प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए। वहीं देसी नुक्से भी लोगों को आजमाने चाहिए, जिसमें काढ़ा, शहद, हल्दी वाला दूध आदि का प्रयोग करना चाहिए। इससे उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी।

सांस के मरीजों को भाप लेते रहना चाहिए

मल्लिका कौशल ने कहा की लोगों को घर में भाप लेते रहना चाहिए, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत नहीं होगी। अगर किसी मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो वह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वहीं, लोगों को अपने पास एक पल्स ऑक्सीमीटर रखना चाहिए, जिससे वह अपने शरीर के ऑक्सीजन का स्तर जांचते रहें। अगर किसी का स्तर 94 से कम हो तो वह डॉक्टर से संपर्क करें।

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