उत्तरी दिल्ली नगर निगम के इन 6 अस्पतालों में 600 नर्सें हड़ताल पर
नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन ने सभी 6 अस्पतालों और डिस्पेंसरी में अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया है। नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष इंदुमती (Indumati president of the Nurses Welfare Association) ने बताया कि निगम के सभी अस्पतालों की नर्सों ने उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन किया है।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal Corporation) के अस्पतालों में सोमवार को आप इलाज के लिए जा रहे हैं तो आपको परेशान होना पड़ सकता है। दरअसल, नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन ने सभी 6 अस्पतालों और डिस्पेंसरी में अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया है। नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष इंदुमती (Indumati, president of the Nurses Welfare Association) ने बताया कि निगम के सभी अस्पतालों की नर्सों ने उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन किया है। 600 नर्सों सोमवार से कार्य नहीं कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि उत्तरी दिल्ली निगम के 6 बड़े अस्पताल हैं। इसमें हिंदूराव, कस्तूरबा, बालकराम, राजन बाबू टीबी अस्पताल, माहर्षि वाल्मीकि और गिरधारी लाल अस्पताल शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर ने निगम के 6 अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ वरिष्ठ डॉक्टरों की हड़ताल बकाया वेतन जारी करके खत्म करवाई थी। इसके बाद दूसरी यूनियन में भी आंदोलन के लिए तैयार हो गई है।
हड़ताल के बाबत नर्सिंग यूनियन का कहना है कि उन्हें वेतन नहीं मिलने के कारण बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, बच्चों की स्कूलों की फीस से लेकर मकान का किराया और किश्त तक नहीं दे पा रहे हैं। इसका खामियाजा उन्हें जुर्माने के रूप में भी चुकाना पड़ता है। इसमें उनका कोई दोष नहीं हैं। यह पहली बार नहीं है कि उन्हें प्रदर्शन और हड़ताल करके अपने हक के लिए आना पड़ रहा हो।
उन्होंने कहा कि इस बार वह किसी भी प्रकार के आश्वासन से नहीं मानने वाले। वह अपने तीन माह के बकाया वेतन के लिए आंदोलन जब तक करते रहेंगे तब तक उनके खाते में वेतन नहीं आ जाता। इतना ही आगे से वेतन आने में देरी न हो इसका भी उन्हें लिखित आश्वासन चाहिए।
बता दें कि दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों में हड़ताल के कारण मरीजों को कई तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ा रहा है।
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