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IPL 2020: क्रिकेटर वरुण चक्रवर्ती का आर्किटेक्ट से टीम इंडिया तक का सफर

वरुण चक्रवर्ती उन युवाओं में से हैं जो पढ़ाई के लिए युवा अवस्था में ही क्रिकेट को छोड़ चुके थे लेकिन उनके अंदर क्रिकेट का जुनून कभी कम नहीं हुआ। TPL में चयन के बाद उन्होंने अपनी काबिलियत साबित कर दी जिससे उन्हें आइपीएल में चमकने का मौका मिल गया।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Tue, 03 Nov 2020 08:28 AM (IST)
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आइपीएल के बेहतरीन स्पिनर बनकर उभरे वरुण चक्रवर्ती।

निखिल शर्मा, नई दिल्ली। दो साल पहले तक वरुण चक्रवर्ती चेन्नई की एक कंपनी में आर्किटेक्ट थे। हां, उनका पहला प्यार क्रिकेट ही था और वह चेपक स्टेडियम में पहुंचकर दर्शकों की भीड़ में चेन्नई सुपर किंग्स के अभ्यास को देखा करते थे। दो साल बाद अब वरुण न सिर्फ आइपीएल के बेहतरीन स्पिनर बनकर उभरे हैं, बल्कि उन्होंने टीम इंडिया में पहुंचने का अपना सपना भी पूरा कर लिया है।

17 साल की उम्र में छोड़ा था क्रिकेट : कर्नाटक के बीदर में 29 अगस्त, 1991 में जन्में वरुण चक्रवर्ती ने 17 साल की उम्र में क्रिकेट को छोड़ दिया था और पढ़ाई के कारण लंबा ब्रेक ले लिया था। बाद में उन्होंने 12वीं कक्षा पास की और फिर पांच सालों तक आर्किटेक्ट की पढ़ाई की। आर्किटेक्ट बनने के बाद जब नौकरी में मन नहीं लगा तो एक बार फिर उनका रुझान क्रिकेट की तरफ हुआ, जो उनका पहला प्यार था।

पंजाब ने वरुण पर 8.4 करोड़ रुपये का दांव लगाया : वरुण ने 28 साल की उम्र में दोबारा गेंद हाथ में पकड़ी और 2019 के तमिलनाडु प्रीमियर लीग के जरिये सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने पांच से भी कम के रन औसत से नौ विकेट हासिल किए। जब किंग्स इलेवन पंजाब को उनके बारे में पता चला तो उन्होंने 2019 की आइपीएल बोली में 8.4 करोड़ रुपये में खरीद लिया।

पदार्पण मैच में पहला विकेट : वरुण चक्रवर्ती ने किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से अपना मैच 27 मार्च, 2019 में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ ईडन गार्डेस पर खेला और तीन ओवर में 35 रन देकर एक विकेट हासिल किया। पंजाब के लिए वह सिर्फ एक ही मैच खेले। 2020 की नीलामी में कोलकाता नाइटराइडर्स ने मिस्ट्री स्पिनर वरुण पर चार करोड़ का दांव खेलकर खरीद लिया।

पांच विकेट लेकर चमके वरुण : 29 साल के वरुण के लिए कोलकाता की जर्सी पहनना गर्व की बात थी। उन्होंने पहले ही मैच में हैदराबाद के खिलाफ चार ओवर की किफायती गेंदबाजी में 25 रन की कीमत पर एक विकेट हासिल किया, जिसमें डेविड वार्नर का बड़ा विकेट शामिल था। इसके बाद वरुण के लिए सबसे यादगार दिन 24 अक्टूबर बना, जब उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ पांच विकेट चटका डाले। उनके इस प्रदर्शन की बदौलत केकेआर ने यह मैच आसानी से जीत लिया था।

वरुण के 12 मैचों में 10 विकेट : वरुण ने अपने दो साल के आइपीएल करियर में अब तक 12 आइपीएल मैच खेले हैं और 10 विकेट हासिल किए हैं। उनके इसी प्रदर्शन की बदौलत उनका चयन ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुनी गई टी-20 टीम में हो गया। इसी के साथ वरुण का टीम इंडिया में पहुंचने का सपना भी पूरा हो गया। अब उम्मीद है कि वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी अपनी अंगुलियों का कमाल दिखाएंगे।

टीम इंडिया में चुने जाने की खुशी : वरुण को अपने टीम इंडिया में चयन की बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी। जब उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए चुनी गई टीम में अपना नाम देखा तो वह चौंक गए। उन्होंने तब कहा था कि मेरा लक्ष्य टीम की तरफ से नियमित तौर पर खेलना, अच्छा प्रदर्शन करना और जीत में योगदान देना है। उम्मीद है कि भारत की तरफ से भी मैं यह करने में सफल रहूंगा। मैं चयनकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया। मेरे पास वास्तव इसे बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। मैंने 2018 में स्पिन गेंदबाजी शुरू की थी और तब मुङो टीएनपीएल (तमिलनाडु प्रीमियर लीग) में चुना गया। पिछला वर्ष उतार चढ़ाव वाला रहा। मुङो अधिक मौके नहीं मिले और मैं चोटिल भी हो गया। ईश्वर की कृपा है कि मैं इस वर्ष वापसी करने में सफल रहा।

धौनी को किया दो बार आउट : कभी एक प्रशंसक के तौर पर महेंद्र सिंह धौनी को पसंद करने वाले वरुण ने इस आइपीएल सत्र में दो बार धौनी के विकेट निकाले। इसी के साथ वह धौनी को एक ही आइपीएल सत्र में दो बार आउट करने वाले पांचवें गेंदबाज बने।

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