Delhi Coronavirus Case: जानिए दिल्ली में क्यों तेजी सामने आ रहे कोरोना के ज्यादा नए मामले
वहीं अरुणा आसफ अली अस्पताल में बुखार आदि की दवाई लेने पहुंचने वाले मरीज भी बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं। इनके द्वारा भी शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा। जबकि बुखार सर्दी और खांसी के मरीजों में कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा है।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। राजधानी दिल्ली में कोरोना के नए मामलों की संख्या एक बार फिर लगातार बढ़ने लगी है। पिछले लगातार पांच दिन से 5000 से ज्यादा नए मामले सामने आने से स्थिति एक बार फिर चिंताजनक हो गई है। वहीं 40 से ज्यादा लोगों की मौत भी कई दिन से हो रही है। हालांकि सोमवार को कम जांच होने से 4001 नए मामले सामने आए। विशेषज्ञों की मानें तो इन नए मामलों के बढ़ने का मुख्य कारण त्योहारों को देखते हुए बड़ी संख्या में बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ना है। साथ ही भीड़ में मौजूद कुछ लोग मास्क का भी इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।
वहीं शारीरिक दूरी के नियम की तो खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वहीं अरुणा आसफ अली अस्पताल में बुखार आदि की दवाई लेने पहुंचने वाले मरीज भी बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं। इनके द्वारा भी शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा। जबकि बुखार, सर्दी और खांसी के मरीजों में कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा है। इसके अलावा तंबाकू व गुटखा खाने वाले लोग भी बाज नहीं आ रहे हैं। वे आए दिन सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू व गुटखा खाते हुए थूक रहे हैं। इन सब कारणों से दिल्ली में एकदम तेजी से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। वहीं पुलिस और प्रशासन द्वारा लगातार मास्क न पहनने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।
इसके बावजूद भी लोग सुधरने के लिए तैयार नहीं हैं। वही बढ़ते मामलों के लिए बदलता मौसम और प्रदूषण भी जिम्मेदार है। वहीं दिल्ली में बढ़ते मामलों को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कहते हैं कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ज्यादा होने के कारण दिल्ली में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। वो कहते हैं कि पहले कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने वाले 6-7 लोगों की ही जांच की जाती थी। अब 15 लोगों तक जांच हो रही है। इसलिए कोरोना के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
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