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महिला आइपीएस अधिकारियों ने घर में ही लगाई मेहंदी, सादगी से रखा साथी के लिए व्रत

अमूमन इस मौके पर पूरे वर्ष कानून-व्यवस्था सुचारू करने में लगी वरिष्ठ महिला आइपीएस अधिकारी भी समय निकालकर सामूहिक रुप से त्योहार मनाती थी। लेकिन इस बार महिला आइपीएस अधिकारियों ने बाजार से दूरी बना ली है। वे घर पर ही सादगी से करवाचौथ कर रही हैं।

By Neel RajputEdited By: Updated: Wed, 04 Nov 2020 11:04 AM (IST)
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इस बार महिला आइपीएस अधिकारियों ने बाजार से दूरी बना ली है
नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। भारत त्योहारों का देश है, लेकिन कोरोना महामारी ने परंपराओं को खासा प्रभावित किया है। वर्तमान में संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक दूरी का काफी महत्व है। इसी बीच सुहागिन महिलाओं ने बुधवार को पति की लंबी आयु के लिए करवाचौथ का व्रत रखा है। अमूमन इस मौके पर पूरे वर्ष कानून-व्यवस्था सुचारू करने में लगी वरिष्ठ महिला आइपीएस अधिकारी भी समय निकालकर सामूहिक रुप से त्योहार मनाती थी। लेकिन इस बार महिला आइपीएस अधिकारियों ने बाजार से दूरी बना ली है। वे घर पर ही सादगी से करवाचौथ कर रही हैं। वे व्रत कैसे रखेंगी, इसके लिए दैनिक जागरण ने महिला आइपीएस अधिकारियों से बात की। आइये जानते हैं इसको लेकर उनके विचार-

दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया, 'मेरी शादी छह वर्ष पहले दीपक शर्मा से हुई थी। शादी के बाद से ही लगातार करवाचौथ का व्रत रखती आ रही हूं। पुलिस में होने के बावजूद दिन में काम निबटाकर शाम को सामूहिक रूप से त्योहार मनाती थी। लेकिन कोरोना के कारण वर्तमान में सबकुछ बदल गया है। संक्रमण से बचाव के लिए समाज में ज्यादा घुलना-मिलना सही नहीं है। इसलिए इस बार करवाचौथ अकेले मनाने का निर्णय लिया है। बाजार से थोड़ी-बहुत खरीददारी हो गई है। लेकिन मेहंदी इस बार घर पर ही लगवाउंगी और सादगी से त्योहार मनाउंगी।'

दिल्ली पुलिस में ट्रैफिक एसीपी नियति मित्तल ने कहा, 'वर्ष 2012 में विनीत कुमार सिंह से शादी के बाद मैं लगातार करवाचौथ का व्रत उत्साहपूर्वक मना रही हूं। लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर कोई जोखिम नहीं लिया जा सकता। इस बार खरीददारी के लिए न तो बाजार गई और न ही मेहंदी लगवाई। घर पर ही मेहंदी लगवाउंगी। दरअसल करवाचौथ की पूजा महिलाएं समूह में करती हैं। इसलिए पूजा में शामिल तो होऊंगी, लेकिन शारीरिक दूरी का पालन किया जाएगा। हर वर्ष पूजा के बाद घूमने जाती थी। इस वर्ष बाहर जाने का कोई इरादा नहीं है।'

केंद्रीय सतर्कता आयोग की निदेशक छाया शर्मा ने बताया, 'शादी के 20 वर्ष हो गए। हर वर्ष पति विवेक किशोर के लिए करवाचौथ का व्रत रखती हूं। करवाचौथ सुहागिन महिला का बड़ा त्योहार है। इस दिन हर महिला श्रृंगार कर व्रत रखती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। करवाचौथ के लिए मैं भी उत्साहित हूं। लेकिन कोरोना के कारण सजगता बहुत जरूरी है। लिहाजा इस बार सादगी से व्रत रखूंगी। बाजार जाना उचित नहीं है, इसलिए इस बार घर पर ही मेहंदी लगाऊंगी और श्रृंगार करने का निर्णय लिया है।'

सजना के लिए सजीं, लगाई मेहंदी

करवाचौथ के मद्देनजर मंगलवार को बाजारों में चहल-पहल रही। महिलाओं ने बाजारों में जाकर मेहंदी लगवाई व करवाचौथ के लिए खरीदारी की। सरोजनी नगर, लाजपत नगर व कालकाजी मार्केट में महिलाओं ने जाकर मेहंदी लगवाई। वहीं, स्थानीय आरडब्ल्यूए व विभिन्न संस्थाओं ने भी कई जगह महिलाओं को निश्शुल्क मेहंदी लगाने के लिए व्यवस्था कर रखी थी। भाजपा की कालकाजी मंडल की महामंत्री ज्योत्सना गोगिया ने एल-ब्लॉक के पार्क में महिलाओं को निश्शुल्क मेहंदी लगवाने के लिए कैंप लगवाया।

भाजपा महिला मोर्चा की दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष योगिता सिंह बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल रहीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए यह दिन खास है। इस दौरान भाजपा के दक्षिण दिल्ली जिला उपाध्यक्ष रविंद्र चौधरी, दक्षिण दिल्ली जिला की मंत्री रितु अरोड़ा, समाज सेविका रश्मि सेठी, कालकाजी मंडल अध्यक्ष मुकुल आनंद, कालकाजी मंडल महिला मोर्चा की अध्यक्ष रितु लांबा व मंडल के सभी पदाधिकारियों और गणमान्य महिलाओं की भागीदारी रही।

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