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Diwali 2020: दिल्ली में दीवाली के मौके पर पटाखे न जलाने की अपील कर रहे स्कूल

प्रधानाचार्या नीता अरोड़ा ने कहा कि इस बार छात्रों को ग्रीन दीवाली मनाने को लेकर विभिन्न गतिविधियां कराई जा रही हैं। कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को पटाखे न जलाने और धुएं के नकसान विषय से संबधित पोस्टर बनाने व स्लोगन लिखने का कार्य दिया जा रहा है।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Thu, 05 Nov 2020 10:56 AM (IST)
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स्कूल की प्रधानचार्य की फाइल फोटोः जागरण
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। राजधानी में बढ़ते वायु प्रदुषण से रहवासियों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। दीवाली में यह प्रदूषण और न बढ़े इसके लिए अब कई निजी स्कूल आगे आए हैं। स्कूल बच्चों को ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से घरों में ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ग्रीन दीवाली मनाने और पटाखे न जलाने की अपील कर रहे हैं। वहीं, कुछ स्कूल बच्चों को पत्र लिखकर वायु प्रदूषण के नुकसान भी बता रहे हैं तो कुछ बच्चों को दीवाली पर पटाखे न जलाने की शपथ दिलवा रहे हैं। वहीं, छात्र भी स्कूलों के इस अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और अन्य लोगों को भी पटाखे न जलाने को लेकर जागरूक कर रहे हैं।

मानव स्थली स्कूल, राजेंद्र नगर की निदेशक ममता वी भटनागर ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी स्कूल के सभी छात्रों को पत्र लिखकर दीवाली पर पटाखे न जलाने की अपील की है। इस बार को प्रदुषण का स्तर और अधिक बढ़ गया है। ऐसे में बच्चों से पटाखों के साथ सूखे पत्ते या कूड़ा न जलाने की भी अपील की है। बच्चों को साथ ही अन्य लोगों को ग्रीन दीवाली मनाने के बारें में जागरूक करने को भी कहा है। बच्चों के अभिभावकों को भी पत्र के माध्यम से कहा कि वो इस बार पटाखे न खरीदें और ग्रीन दीवाली बनाएं।

श्री वेंकटेश्वर इंटरनेशनल स्कूल, द्वारका की प्रधानाचार्या नीता अरोड़ा ने कहा कि इस बार छात्रों को ग्रीन दीवाली मनाने को लेकर विभिन्न गतिविधियां कराई जा रही हैं। कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को पटाखे न जलाने और धुएं के नकसान विषय से संबधित पोस्टर बनाने व स्लोगन लिखने का कार्य दिया जा रहा है। इसके साथ ही प्रार्थना सभा के दौरान सभी छात्रों को इस दीवाली पर पटाखे न जलाने की शपथ भी दिलवाई गई है। कक्षा छह से 12 तक के बच्चों के साथ शिक्षक दीवाली में जलाए गए पटाखों के नुकसान जैसे विषय पर रोजाना चर्चा कर रहे हैं और उन्हें प्रदुषण को कम करने में योगदान देने की भी अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही शिक्षक सभी छात्रों से शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए इस बार दोस्तों के घर न जाने और उन्हें अॉनलाइन ही तोहफा देने को कह रहे हैं।

वहीं, जिंदल पब्लिक स्कूल, द्वारका के प्रधानाचार्य उत्तम सिंह ने कहा कि हर वर्ष दीपावली के अवसर पर लाखों रुपये पटाखों में जला दिए जाते हैं। पटाखों से न सिर्फ प्रदूषण बल्कि बच्चों को जलने का भी डर रहता है। इस बार तो दिल्ली में वैसे भी प्रदुषण का स्तर अधिक है। इसलिए स्कूल के सभी छात्रों को इस बार पटाखे न जलाने की अपील की है। छात्रों की कक्षाओं के दौरान दीवाली मनाने के तौर-तरीकों को लेकर विभिन्न गतिविधियां कराई जा रही हैं। इस दौरान उन्हें बताया जा रहा है कि कैसे वो इस दिन घर पर मिट्टी के दीयें बनाकर उन्हें सजा सकते हैं।

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