लालकिला में अगले साल से खुलेगा राष्ट्रीय संग्रहालय, पुरातात्विक धरोहरों को किया जाएगा प्रदर्शित
23 जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार संग्रहालयों का यहां शुभारंभ किया था। इसमें सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय 1857 में हुई आजादी की पहली लड़ाई से संबंधित संग्रहालय जलियांवाला बाग पर आधारित याद-ए-जलियां व स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित संग्रहालय शामिल हैं।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 08 Nov 2020 08:36 AM (IST)
नई दिल्ली [वी.के.शुक्ला]। लालकिला में अब राष्ट्रीय संग्रहालय भी खुलेंगे। वह भी एक नहीं तीन राष्ट्रीय संग्रहालय खोले जाने की योजना बनाई गई है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने पिछले साल इस योजना को मंजूरी दे दी थी। उसके बाद इस पर काम चल रहा है। यहां पर राष्ट्रीय संग्रहालय की उन सैकड़ों पुरातात्विक धरोहरों को प्रदर्शित किया जाएगा जो स्थान की कमी के कारण वर्षों से कमरों में बंद कर रखी गई हैं। इनसे जहां पर्यटकों को अपनी धरोहर के बारे में और अधिक जानने का मौका मिलेगा। वहीं पुरातत्व के क्षेत्र में शोध करने वालों को भी इसका लाभ मिलेगा।
जो संग्रहालय बनाए जाने हैं। इसमें से एक संग्रहालय उस इमारत में खुलेगा। जिसमें अभी तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) का इंस्टीट्यूट चलता रहा था। इसे खाली कर दिया गया है। अब इस इमारत को तैयार किया जाएगा। जबकि दूसरा संग्रहालय इसके निकट में चल रही एएसआइ की साइंस ब्रांच वाली इमारत में बनाया लाएगा। इस इमारत को भी खाली कराया जा चुका है। जबकि तीसरा संग्रहालय इसी इमारत से कुछ दूरी पर खंडहर पड़ी इमारत में स्थानांतरित किया जाएगा। यह इमारत उस समय से खाली है जब तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार द्वारा 2003 में भारतीय सेना से लालकिला को खाली कराया गया था। उस समय यह इमारत सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के निवास के रूप में उपयोग में लाई जाती थी।
ये तीनों इमारतें अंग्रेजों के समय की बनी हैं। मगर आजादी के बाद से सेना इसे उपयोग में ला रही थी। एएसआइ के सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय संग्रहालय संस्थान के तीन संग्रहालय यहां खोले जाने से पर्यटकों के लिए यहां इतना कुछ उपलब्ध हो जाएगा कि लोग लालकिला तीन दिन लगातार आने के बाद पर ही यह सब देख सकेंगे। अभी भी पांच संग्रहालय खुलने के बाद लालिकला में इतना सब कुछ हो चुका है कि एक दिन में नहीं देखा जा सकता है।
इस समय लालकिला में पांच संग्रहालय पर्यटकों के लिए उपलब्ध हैं। इसमें आजादी के दीवाने संग्रहालय को उस समय के केंद्रीय संस्कृति मंत्री डा महेश शर्मा ने शुरू किया था। इसके अलावा 23 जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार संग्रहालयों का यहां शुभारंभ किया था। इसमें सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय, 1857 में हुई आजादी की पहली लड़ाई से संबंधित संग्रहालय, जलियांवाला बाग पर आधारित याद-ए-जलियां व स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित संग्रहालय शामिल हैं। वहीं चौथा संग्रहालय भारतीय कला पर आधारित दृश्यकला संग्रहालय है।Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
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