Delhi Diwali festival 2020: हरियाणा व राजस्थान की मिट्टी के दीयों से दिवाली पर रोशन होगी दिल्ली
Delhi Diwali festival 2020 दिल्ली के बाजारों में उपभोक्ताओं को स्वदेशी मिट्टी के डिजाइनर दियों की काफी वैरायटी मिल जाएगी। जो कि न केवल घर के आंगन की रोशनी बढ़ाएंगे बल्कि घर की सुंदरता को भी बढ़ावा देंगे।
By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 09 Nov 2020 10:09 AM (IST)
नई दिल्ली [पुष्पेंद्र कुमार]। Delhi Diwali festival 2020: दिवाली के त्योहार को लेकर यमुनापार के लोगों में ऐसा उत्साह है कि कोरोना संकट के दौर में भी लोगों के कदम नहीं रुक रहे। रोशनी के पर्व दिवाली को अब सिर्फ पांच दिन बचे हैं और इधर बाजार भी गुलजार हो चुके हैं। बाजार में दिवाली पर डिजाइनर दीयों की जमकर खरीदारी हो रही है। रविवार को यमुनापार स्थित ताहिरपुर, मयूर विहार, विश्वास नगर, दिलशाद गार्डन, लक्ष्मी नगर सहित तमाम बाजारों में ग्राहक मास्क लगाकर खरीदारी करने आए। खरीदारी के दौरान ग्राहकों ने शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा। मिट्टी के दिए बेचने वाले दिनेश ने बताया कि इस बार कोरोना संकट के चलते काम काज ठप रहा है। लॉकडाउन के चलते समय पर दिये तैयार नहीं हो पाए, इसलिए हरियाणा व राजस्थान की मिट्टी से तैयार दीयों को मंगवाकर बेच रहे हैं।
बता दें कि बाजारों में आपको स्वदेशी मिट्टी के डिजाइनर दियों की काफी वैरायटी मिल जाएगी। जो कि न केवल घर के आंगन की रोशनी बढ़ाएंगे, बल्कि घर की सुंदरता को भी बढ़ावा देंगे। लोगों का स्वदेशी वस्तुओं के प्रति रुझान को देखते हुए बाजार में केवल मिट्टी के ही स्वदेशी दिये मिल रहे हैं। कई बाजारों में गोबर से तैयार दिये भी बेच जा रहे हैं।
ताहिरपुर चौक दिये बेचने वाले दुकानदारों ने बताया कि दिवाली पर दीयों को आंगन में लगाना शुभ माना जाता है। इससे पूरे वर्ष घर में सुख-शांती रहती है। साथ ही मिट्टी के दिये प्रदूषित पर्यावरण को भी ठीक करने का काम करते हैं। बाजारों में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर विशेष ध्यान रखा जा रहा है और ग्राहक भी खुद से बचाव कर खरीदारी कर रहे हैं।
यह है दीयों की खास वैरायटी
बाजारों में लगी स्टॉल पर खास डिजाइन के दिये मिल रहे हैं, जिनमें मोर के डिजाइन का दिया, पान, शंख, त्रिशूल जैसे दिखने वाले दिए की भरपूर वैरायटी मौजूद है। इस बार ऊंट के दिये सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। ताहिरपुर में मिट्टी के दिये बेचने वाले दुकानदार अनुज कुमार ने बताया कि इस बार हरियाणा व राजस्थान की मिट्टी से दिये तैयार कर मंगवाए गए है। दीयों की वैरायटी के हिसाब से अलग-अलग रेट में मौजूद हैं। जिसमें सादा दिया दो रुपये से लेकर पांच रुपये तक है। साथ ही डिजाइनर दिये 10 रुपये से लेकर 60 रुपये तक हैं।
दिवाली पर अकसर हरियाणा व राजस्थान से मिट्टी मंगवाकर खुद से दिये तैयार करते थे, लेकिन इस साल कोरोना संकट के चलते कामकाज ठप हो गया है और लॉकडाउन के चलते मिट्टी भी नहीं मंगवा पाए। त्योहार में सिर्फ पांच ही दिन शेष रह गए हैं। हरियाणा व राजस्थान से बने बनाएं दिये मंगवाकर बेच रहे हैं। -गोविंदा प्रजापति, कारीगर, मिट्टी के दिये तैयार करने वाला
एक समय पर लग रहा था कि कोरोना का दौर है लोग दिवाली त्योहार पर कम ही खरीदारी करेंगे। लेकिन रोजाना लोग बड़ी तादाद में घर से निकलकर खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। पहले दीयों का माल खत्म हो गया था। एक गाड़ी फिर से ऑर्डर करें मंगवाई है। दिवाली के त्योहार ने कोरोना संकट के चलते हम मजदूर वर्ग के लोगों को काफी राहत दी है। -रंजीत कुमार, दुकानदारCoronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।