Move to Jagran APP

दीवाली पर फलों का सेहतमंद तोहफा, रोग प्रतिरोधक होने की वजह से लोग कर रहे पसंद

पीतमपुरा में पिछले कई वर्षों से फलों का व्यवसाय कर रहे विक्रेता सचिन ने बताया कि अब ऐसा नहीं है कि केवल मरीजों को ही फल दीये जाएं। महामारी के दौर में लोगों ने दीवाली में फलों को उपहार में शामिल कर लिया है।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Fri, 13 Nov 2020 08:30 AM (IST)
Hero Image
फलों को दीवाली के लिए भी खरीदा जा रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में दीवाली को सेहतमंद बनाने के लिए फलों का तोहफा काफी पसंद किया जा रहा है। परिजनों व दोस्तों की स्वास्थ्य कामना के लिए लोग फलों के गिफ्ट पैक विशेष रूप से तैयार करवा रहे हैं। इस वजह से फलों की दुकान पर भी सजावटी तोहफों हफों की भरमार दिख रही है। कोरोना में स्वास्थ्य को लेकर लोगों की चिंता जायज है इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे इसके लिए फलों का तोहफा सबसे उपयुक्त साबित हो रहा है। मिलावटी मिठाई को लेकर पहले ही लोगों का मन आशंकित रहता है इसलिए अब लोग अपनी जेब के अनुसार रंग-बिरंगें फलों का सुंदर गिफ्ट हैम्पर बनवाकर उसे गिफ्ट दे रहे हैं। चूंकि फलों को अधिक दिनों तक नहीं रखा जा सकता है इसलिए गिफ्ट के ऑर्डर मिलने पर इसे हाथों-हाथ सजाया जा रहा है।

पीतमपुरा में पिछले कई वर्षों से फलों का व्यवसाय कर रहे विक्रेता सचिन ने बताया कि अब ऐसा नहीं है कि केवल मरीजों को ही फल दीये जाएं। महामारी के दौर में लोगों ने दीवाली में फलों को उपहार में शामिल कर लिया है। इसमें मुख्य रूप से सेव, अंगूर, अनार, केले, शरीफा, आलूबुखारे, मौसम्मी, संतरे व कीनू शामिल हैं। लोग अपने पसंद के अनुसार गिफ्ट पैक में इनकी संख्या को शामिल करते हैं। कई लोग फलों में मौजूद विटामिन सी को ध्यान में रखते हुए भी इसे खरीद रहे हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

फल विक्रेता सचिन राठौर ने बताया कि कोरोना के कारण लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक जागरूक हो गए हैं। इस वजह से दीवाली के मौके पर फलों की खरीदारी हो रही है। वैसे तो शादियों में फलों के गिफ्ट दिए जाते हैं लेकिन कोरोना की वजह से अब फलों को दीवाली के लिए भी खरीदा जा रहा है।

प्रदूषण फैलाने वाली दो औद्योगिक इकाइयां सील, 15 को नोटिस

वहीं, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। यह अभियान यमुना में बढ़ते प्रदूषण के कारण शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत दो औद्योगिक इकाइयों को सील किया गया है। साथ ही 15 अन्य को सील करने के लिए नोटिस जारी किया गया है।

इस अभियान के तहत लारेंस रोड में जींस धुलाई करने संबंधी इकाई को सील कर दिया गया है। पटपड़गंज में आटोमोबाइल सर्विस स्टेशन को सील किया गया है। इसी स्थान पर एक और आटोमोबाइल सर्विस स्टेशन को नोटिस जारी किया गया है। खयाला में नौ औद्योगिक इकाइयों को जांच के दौरान बिना जलमल शोधन संयंत्र के काम करते पकड़े जाने पर नोटिस जारी किया गया है।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।