फिरौती लेकर अगवा कारोबारी को छोड़ने वाले बदमाशों का सुराग नहीं लगा सकी दिल्ली पुलिस
पुलिस की टीमें बदमाशों की धरपकड़ के लिए जगह जगह छापेमारी कर रही हैं लेकिन उन्हें कोई ऐसा सुराग नहीं मिला जिससे वह बदमाशों तक पहुंच सके। जिस जगह बदमाशों ने कारोबारी को रखा था वहां तक पहुंचना भी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। पांडव नगर के रहने वाले कारोबारी ज्ञानेश्वर मिश्रा का अपहरण कर तीन लाख की फिरौती लेने वाले बदमाशों का कोई सुराग तीन दिन बाद भी दिल्ली पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। पुलिस की टीमें बदमाशों की धरपकड़ के लिए जगह जगह छापेमारी कर रही हैं, लेकिन उन्हें कोई ऐसा सुराग नहीं मिला जिससे वह बदमाशों तक पहुंच सके। जिस जगह बदमाशों ने कारोबारी को रखा था वहां तक पहुंचना भी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। पीड़ित ने पुलिस को सिर्फ इतना बताया है कि उसे ओखला औद्योगिक क्षेत्र में जिस जगह रखा था, वहां ट्रैन की आवाज आ रही थी, साथ ही एक चाय की दुकान है। जबकि औद्योगिक क्षेत्र में जगह जगह चाय की दुकाने हैं। पुलिस को समुंद्र से सुई तलाशनी है। मंडावली थाना पुलिस को आशंका है कोई परिचित इस वारदात में शामिल हो सकता है। पुलिस हर एक एंगल से जांच कर रही है।
बता दें ज्ञानेश्वर मिश्रा परिवार के साथ पांडव नगर में रहते हैं। उनका इलेक्ट्रानिक सामान की सप्लाई का कारोबार है। 24 नवंबर को हसनपुर डिपो के पास से कार सवार बदमाशों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर ज्ञानेश्वर मिश्रा का अपहरण कर लिया था।
एटीएम बूथ से मिल सकती है जानकारी
पीड़ित के ससुर दुर्गेश शुक्ला ने बताया कि बदमाशों ने उनके दामाद को छोड़ने के लिए तीन लाख की फिरौती मांगी थी। उन्होंने उनके दामाद के बैंक खाते में ही रकम मंगवाई। उन्होंने दो किश्तों में फिरौती की रकम भेजी। बदमाशों ने फिरौती की कॉल भी उनके दामाद के नम्बर से की। रकम मिलने पर शुक्रवार को पीड़ित को छोड़ा। उनका कहना है कि बदमाश उनके दामाद का एटीएम कार्ड व सिम कार्ड साथ ले गए है। एटीएम से पूरी रकम निकाल ली। पुलिस एटीएम बूथों के जरिये ही बदमाशों का कोई सुराग मिल सकता है, क्योंकि बूथ के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं।
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