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यमुना खादर में जल्द कर सकेंगे सैर-सपाटा, रमणीय स्थल के रूप में तब्दील करने की तैयारी शुरू

यमुुना खादर को पार्क के रूप में तब्दील करने के लिए लक्ष्मीनगर के विधायक अभय वर्मा ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें तय हुआ था कि यमुना खादर में करीब ढाई किलोमीटर क्षेत्र विकसित किया जाएगा

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Fri, 04 Dec 2020 09:47 AM (IST)
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यहां आने वाले लोगों के बैठने के लिए बेंच, कुर्सियां लगाई जाएंगी।
 स्वदेश कुमार, पूर्वी दिल्ली। यमुना खादर में जल्द ही लोग सैर-सपाटे के साथ पिकनिक का आनंद भी उठा सकेंगे। यमुना के किनारे बंजर पड़ी जमीन को रमणीय स्थल के रूप में तब्दील करने की तैयारी शुरू हो गई है। जल्द ही इस पर काम भी शुरू हो जाएगा। गीता कॉलोनी से निजामुद्दीन पुल तक यमुना खादर को मनोरम स्थल बनाने के लिए डीडीए ने कार्यालय शुरू कर दिया है। यहां पर इंजीनियर और अन्य कर्मचारी बैठेंगे। यहीं से निर्माण कार्य की देखरेख होगी।

यमुना खादर को पार्क के रूप में तब्दील करने के लिए लक्ष्मीनगर के विधायक अभय वर्मा ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें तय हुआ था कि यमुना खादर में करीब ढाई किलोमीटर क्षेत्र विकसित किया जाएगा। इसमें पैदल-पथ, साइकिल ट्रैक, योग केंद्र, झील, हर्बल पार्क आदि विकसित किए जाएंगे। इसके अलावा पक्षियों एवं पेड़-पौधों के औषधीय गुणों की जानकारी देने के लिए बोर्ड भी लगाए जाएंगे। यहां आने वाले लोगों के बैठने के लिए बेंच, कुर्सियां लगाई जाएंगी। साथ ही लाइटिंग की व्यवस्था भी की जाएगी। विधायक अभय वर्मा ने बताया कि यहां पर कार्यालय शुरू हो गया है। अब उम्मीद है कि जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। फिलहाल इस कार्य के लिए तीस करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।

डीडीए के अधिकारियों ने बताया कि यह जमीन उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के पास थी। इसे पहले डीडीए ने अपने पास स्थानांतरित करवाया। इसके बाद यहां से अवैध कब्जे हटाए गए। लोगों ने जमीनों पर कब्जा कर खेती शुरू कर दी थी। इसके साथ नर्सरी भी चल रही थी। अब यह ढाई किलोमीटर का क्षेत्र पूरी तरह से खाली हो चुका है।

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