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Farmers Protest in Delhi: किसान आंदोलन ने खरीदारों को रोका, सड़ने लगीं सब्जियां

मंडी विपणन समिति के सदस्यों ने बताया कि किसान आंदोलन के शुरुआती दो दिन सब्जियों की आवक प्रभावित रही थी। उसके बाद ट्रक घूम कर मंडी आ रहे हैं। जिससे सब्जियों की आवक का नियमित चक्र बना हुआ है। मंडी में पूरी सब्जी पहुंच रही है।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Sat, 05 Dec 2020 06:10 AM (IST)
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सब्जियां सड़ रही हैं। काफी नुकसान हो रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। किसान आंदोलन के चलते गाजीपुर फल व सब्जी मंडी के आढ़तियों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। सब्जियों के ट्रक घूम कर बेवक्त मंडी पहुंच रहे हैं। जिससे आवक तो पूरी है, लेकिन सब्जियों के खरीदार नहीं हैं। गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर के रास्ते आवाजाही में परेशानी की वजह से पड़ोसी शहरों से खुदरा विक्रेता सब्जी खरीदने नहीं आ रहे। कम होने की वजह से सब्जियों का अच्छा दाम नहीं मिल रहा। काफी मात्रा में सब्जियां बच रही हैं। सड़ने के कारण आढ़ती सब्जियों को खुले में छोड़ कर जा रहे हैं। जिन्हें बेसहारा जानवर खा रहे हैं।

मंडी विपणन समिति के सदस्यों ने बताया कि किसान आंदोलन के शुरुआती दो दिन सब्जियों की आवक प्रभावित रही थी। उसके बाद ट्रक घूम कर मंडी आ रहे हैं। जिससे सब्जियों की आवक का नियमित चक्र बना हुआ है। मंडी में पूरी सब्जी पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 1.35 लाख किलो सब्जी और फल मंडी में आए। गुरुवार को 98.93 हजार किलो और बुधवार को 1.17 लाख किलो आवक रही थी। उन्होंने बताया कि सामान्य दिनों में सब्जी व फलों की आवक का औसत एक लाख किलो के आसपास रहता है। लेकिन मांग कम होने से सब्जी बिक नहीं रही है। इसका सीध प्रभाव सब्जियों के दाम पर पड़ा है। सभी सब्जियों के दाम में गिरावट आई है।

आढ़तियों ने बताया कि गाजियाबाद और नोएडा की सीमाओं पर किसान डटे हुए हैं। दिल्ली आने का रास्ता दोनों सीमाओं से बंद है। जो अंदरुनी रास्ते खुले हैं, वहां जाम लगा है। उसकी वजह से गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़ के खुदरा विक्रेता सब्जी खरीदने नहीं आ रहे हैं।

आढ़ती सुभाष पंडित ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते पड़ोसी शहरों से खुदरा विक्रेता सब्जी खरीदने नहीं आ रहे। अब मांग कम है और सब्जियां अधिक हैं। इसकी वजह से सब्जियों के दाम कम मिल रहे हैं। बची हुई सब्जियां खराब हो रही हैं, जिन्हें फेंकना पड़ रहा है।

वहीं, आढ़ती प्रदीप कुमार ने बताया कि सब्जियों के ट्रक घूम कर मंडी आ रहे हैं। मंडी में आवक पूरी है, लेकिन सब्जियां बिक नहीं रही हैं। दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन के चलते रास्ते बंद होने की वजह से खरीदार नहीं आ रहे। सब्जियां सड़ रही हैं। काफी नुकसान हो रहा है। 

एक सप्ताह में इतने गिरे सब्जियों के थोक दाम

सब्जी-एक सप्ताह पहले का भाव-शुक्रवार का भाव

आलू 32 से 38-20 से 34

प्याज-30 से 46-20 से 38

टमाटर-30 से 35-20 से 30

घीया-7 से 8-4 से 7

सीताफल-8 से 10-4 से 8

भिंडी-25 से 35-20 से 30

बैंगन-7 से 8-4 से 7

गोभी-7 से 8-4 से 6

गाजर-10 से 12-8 से 10

बंदगोभी-8 से 10-6 से 10

सेम-25 से 30-15 से 20

(सब्जियों के दाम रुपये प्रति किलो में)

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