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East MCD Budget 2020: 3 नए टैक्स से अपनी आय बढ़ाएगा पूर्वी दिल्ली नगर निगम

East Delhi Municipal Corporation Budget आर्थिक संकट से जूझ रहे पूर्वी निगम ने दो पुराने करों में भी बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया है। इसमें संपत्ति हस्तांतरण पर लगने वाली निगम ड्यूटी को महिलाओं के लिए तीन और पुरुषों के लिए चार फीसद करने की तैयारी है।

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 10 Dec 2020 11:31 AM (IST)
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अनुमानित बजट में विद्युत कर पांच से बढ़ाकर छह फीसद करने का भी प्रस्ताव दिया गया है।
नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। East Delhi Municipal Corporation Budget:  पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने बुधवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 का अनुमानित बजट पेश कर दिया है। इसमें निगम ने अपनी आय बढ़ाने के लिए जनता पर तीन तरह के नए कर थोपने का प्रस्ताव दिया है। निगम को उम्मीद है कि शिक्षा उपकर, सुधार कर और आजीविका व्यावसायिक कर लगाकर वह करीब 50 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आय जुटा लेगा। आर्थिक संकट से जूझ रहे पूर्वी निगम ने दो पुराने करों में भी बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया है। इसमें संपत्ति हस्तांतरण पर लगने वाली निगम ड्यूटी को महिलाओं के लिए तीन और पुरुषों के लिए चार फीसद करने की तैयारी है। पहले यह क्रमश: दो और तीन फीसद थी। इसके साथ अनुमानित बजट में विद्युत कर पांच से बढ़ाकर छह फीसद करने का भी प्रस्ताव दिया गया है। स्थायी समिति की बुधवार को हुई बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष सत्यपाल ¨सह की जगह उपाध्यक्ष दीपक मल्होत्रा ने की।

वहीं निगमायुक्त डॉ. दिलराज कौर की अनुपस्थिति में अतिरिक्त आयुक्त अल्का शर्मा ने अनुमानित बजट पेश किया। इसमें बताया गया कि संपत्ति कर और अन्य मदों में निगम को पहले दंगे और फिर कोरोना की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा है। आय की कमी के कारण कई योजनाएं समय पर पूरी नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में कुछ नए कर लाने पड़ रहे हैं। इसमें संपत्ति कर का पांच फीसद शिक्षा उपकर लगाने का प्रस्ताव है। इससे साल में करीब दस करोड़ रुपये की आय होगी और इसका इस्तेमाल शिक्षा पर किया जाएगा। इसके साथ कहा गया कि पूर्वी निगम क्षेत्र में विकास कार्यों के कारण कुछ संपत्तियों की कीमत बढ़ी है। जिन संपत्तियों की कीमत बढ़ी है, उन पर संपत्ति कर का 15 फीसद सुधार कर के रूप में लिया जाएगा। इससे निगम को एक साल में 20 करोड़ रुपये अतिरिक्त आने की उम्मीद है। इसी तरह आजीविका व्यावसायिक कर का भी प्रस्ताव किया गया है। जिन लोगों की वार्षिक आय पांच लाख रुपये से अधिक है उनकी जेब पर भी निगम की नजर गड़ गई है।

बजट में पांच लाख रुपये से अधिक कमाने वालों से प्रति माह सौ रुपये और दस लाख रुपये से अधिक की आय वालों से दो सौ रुपये प्रतिमाह कर के रूप में लेने का प्रस्ताव है। आम जनता के अलावा बजट में सिनेमा हॉल पर भी कर बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया है। अभी सात से दस रुपये प्रति शो लिए जाते हैं इसे बढ़ाकर एक हजार रुपये करने का प्रस्ताव है।

इसके साथ कार्निवल या मेला आयोजन पर पांच हजार रुपये का कर लगाने का सुझाव दिया गया है। बजट भाषण में अल्का शर्मा ने कहा कि पिछले साल संपत्ति कर संग्रह करीब 209 करोड़ रुपये का था, जो इस साल अभी तक मात्र 150 करोड़ रुपये ही हो पाया है। इसी तरह विज्ञापन से होने वाली आय भी 16 करोड़ रुपये से घटकर करीब तीन करोड़ रुपये पर आ गई है। इसके अलावा पार्किंग सहित अन्य मदों में भी कोरोना की वजह से राजस्व में काफी कमी आई है। इस वजह से नए कर लगाने जरूरी हो गए हैं। 

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