Delhi: अपनी मांग पर अड़े महापौर, ठंड के बाद बरसात में भी सीएम हाउस के बाहर धरने पर बैठे
जब तक दिल्ली सरकार निगमों के बकाया 13000 करोड़ भी नहीं देगी वह सीएम आवास पर धरना देते रहेंगे। भाजपा ने मांग की है कि खुले आसमान के नीचे धरना दे रहे महापौर को टेंट लगाने की अनुमति दी जाए क्योंकि बरसात में लोगों को परेशानी हो सकती है।
By Vinay TiwariEdited By: Updated: Sat, 12 Dec 2020 01:28 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कड़ाके की ठंड के बीच बना दे रहे तीनों नगर निगम के महापौर का छठे दिन भी धरना जारी है। ठंड के बीच हुई हल्की बारिश पर भी महापौर धरने पर अड़े हुए हैं। साथ ही फिर स्पष्ट किया है कि जब तक दिल्ली सरकार निगमों के बकाया 13000 करोड़ भी नहीं देगी वह मुख्यमंत्री आवास पर इसी तरह धरना देते रहेंगे।इस बीच भाजपा ने मांग की है कि खुले आसमान के नीचे बारिश व ठंड में धरना दे रहे महापौर को टेंट लगाने की अनुमति दी जाए क्योंकि बरसात में लोगों को परेशानी हो सकती है।
भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार ने कहा की स्वराज की बात करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चाहिए कि खुले आसमान के नीचे धरना दे रहे तीनों निगम के महापौर को बरसात से बचाने के लिए टेंट लगवाए साथ ही दिल्ली पुलिस टेंट लगाने की अनुमति दें। उल्लेखनीय है कि तीनों नगर निगम के महापौर छह दिन से धरना दे रहे हैं इस धरने को भाजपा के सभी सांसदों के साथ निगम की कर्मचारी यूनियनों और भाजपा विधायकों को भी समर्थन मिला है । इतना ही नहीं भाजपा 13000 करोड़ रुपए की फंड की मांग को लेकर हुआ महापौर के धरने के समर्थन में उपराज्यपाल अनिल बैजल को भी ज्ञापन दे चुकी है। भाजपा ने निगमों को 13000 करोड़ दिल्ली सरकार से दिलाने की मांग की है।
धरना काफी लंबा चलेगा इसके संकेत खुद महापौर ने दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सोमवार से वह धरना स्थल से ही महापौर कार्यालय चलाएंगे यहां पर निगम से जुड़ी फाइलों को मंजूरी दी जाएगी साथी अधिकारियों को भी बुला कर यहां बैठक भी की जाएगी। वह धरने से निगम का कार्य प्रभावित नहीं होने देंगे । अभी भी वह लोग फोन के माध्यम से विभिन्न मुद्दों पर अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे हैं और कार्य करने के आदेश दे रहे हैं।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।