दुनिया को अलविदा कह गए दिल्ली घराना के 'चिराग' उस्ताद इकबाल अहमद खान, डिप्टी सीएम ने जताया शोक
इकबाल अहमद खान को भारतीय शास्त्रीय संगीत की विभिन्न शैलियों ‘ठुमरी’ ‘दादरा’ ‘भजन’ और ‘गजलों’ में बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता था। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इकबाल अहमद खान की मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया है।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Fri, 18 Dec 2020 08:26 AM (IST)
पूर्वी दिल्ली, रितु राणा। दिल्ली घराना के इकबाल अहमद खान का बृहस्पतिवार सुबह नमाज पढ़ने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से इंतकाल हो गया। निजामुद्दीन स्थित निजी स्थान पर उनका सुपुर्द ए खाक (पंच तत्व में विलीन) किया गया है। 1954 में जन्मे इकबाल अहमद खान दरियागंज चांदनी महल में अपने परिवार के साथ रहते थे। वह शास्त्रीय संगीत के उस्ताद थे और दिल्ली घराने के मुखिया भी थे। उनके शार्गिद कवि व गायक इमरान अहमद ने बताया कि इकबाल अहमद खान दिल्ली तहजीब की जिंदा मिसाल थे। अपने शार्गिदों से वह बहुत मोहब्बत से मिलते थे और बहुत दयालु थे। अपने शार्गिदों के लिए हर मुसीबत में ढाल बनकर खड़े रहते थे।
इकबाल अहमद ने सैकड़ों लोगों को संगीत सिखाया है और उनके बच्चे भी शास्त्रीय संगीत गाते हैं। उनके इंतकाल के बाद अब दिल्ली घराने की खाली जगह को भर पाना बहुत मुश्किल है।इकबाल अहमद खान को भारतीय शास्त्रीय संगीत की विभिन्न शैलियों ‘ठुमरी’, ‘दादरा’, ‘भजन’ और ‘गजलों’ में बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता था। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इकबाल अहमद खान की मृत्यु पर शोक प्रकट करते हुए ट्विट कर लिखा कि दिल्ली घराने के खलीफा उस्ताद इकबाल अहमद खान अब नहीं रहे।
दिल्ली के समृद्ध संगीत इतिहास के अग्रदूत और एक उदार गुरु के रुप में आप बहुत याद आएंगे। उनके शिष्यों और परिवार के प्रति संवेदना। वहीं, सरोद वादक अमजद अली खान ने भी संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि दिल्ली घराने के जाने-माने गायक उस्ताद इकबाल अहमद खान के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। उनकी विरासत अपने संगीत के माध्यम से हमेशा जीवित रहेगी। उनकी आत्मा को शांति मिले।
सुप्रसिद्ध कत्थक कलाकार उमा शर्मा ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मैंने अपने बचपन के दोस्त, शानदार कलाकार और बहुत मिलनसार दिली घराना उस्ताद इकबाल अहमद खान को खो दिया है। उनकी गायकी हमेशा जीवित रहेगी। वह महान उस्ताद थे और शास्त्रीय संगीत के बहुत जानकार थे। आम तौर पर मेरे पास उनकी महफिल थी और आखिरी मेघ मल्हार की विविधता थी, जो उन्होंने मेरे संगीत हॉल में भारतीय संगीत सदन परिसर में गाया था। बॉलीवुड गायक व संगीतकार विशाल ददलानी ने भी ट्वीट कर इकबाल अहमद खान की मृत्यु पर शोक प्रकट किया।
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