Delhi Mayor Protest: दक्षिणी निगम की महापौर अनामिका हिंदूराव अस्पताल में भर्ती, जयप्रकाश भी तबीयत बिगड़ी
उत्तरी और दक्षिणी नगर निगम के महापौर की तबीयत शनिवार सुबह बिगड़ गई। शरीर में ग्लूकोज की मात्रा कम हो गई है।वहीं खबर आ रही है कि गंभीरत को देखते हुए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की महापौर अनामिका को हिंदूराव अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
By JP YadavEdited By: Updated: Sat, 19 Dec 2020 12:42 PM (IST)
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर निगमों के बकाया फंड की मांग को लेकर 13 दिन से धरना और तीन दिन से अनशन कर रहे महापौर और पार्षदों की तबीयत खराब होने लग गई है। शुक्रवार को इसको लेकर एक ओर जहां तीन पार्षदों को हिंदूराव अस्पताल में दाखिल कराया गया था वहीं अब शनिवार को दक्षिणी दिल्ली की महापौर अनामिका को भी तबीयत खरा होने के चलते हिंदूराव अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है। वहीं, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जय प्रकाश की तबीयत खराब होने के चलते उनको ग्लूकोस लगाया गया है। जयप्रकाश उम्रदराज होने के साथ डायबटीज के भी मरीज हैं। इसकी वजह से उनकी पल्स रेट भी 60 तक आ गई थी।
वहीं ग्लूकोस की मात्रा शरीर में कम होने की वजह से वह अचेत भी हो गए थे। ग्लूकोस लगाने के बाद महापौर अभी धरना स्थल पर ही है। उन्होंने अस्पताल में दाखिल होने से इन्कार कर दिया है। राहत की बात हैं कि 22 पार्षद और निगम के नेता अनशन कर रहे थे इसमें से केवल अभी पांच की तबीयत बिगड़ी है। बाकि सभी पार्षद अभी भी अनशन पर हैं। अनशन पर होने की वजह से पार्षदों के शरीर का वजन भी कम हो गया है।
प्रदेश भाजपा महामंत्री हर्षमल्होत्रा ने बताया कि पार्षद फंड की मांग को लेकर आंदोलन को जारी रखें हुए हैं। उन्होंने कहा कि निगम के कर्मचारियों के वेतन और दिल्ली के विकास के लिए महापौर 13 हजार करोड़ निगमों का बकाया फंड लेने के लिए मुख्यमंत्री आवास पर धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतनी ठंड के बीच महिला पार्षद और महापौर धरने पर थे लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि अभी तक दिल्ली सरकार ने महापौर का हाल-चाल तक नहीं लिया। जबकि दिल्ली सरकार निगमों की अभिभावक होती है।
वहीं, इससे पहले शुक्रवार को तीन महिला पार्षदों की तबीयत खराब हो गई है। अनशन के दूसरे दिन दक्षिणी निगम की पूर्व महापौर सुनीता कांगड़ा, दक्षिणी जोन में डिप्टी चेयरमैन माया बिष्ट और पूर्वी निगम में स्वास्थ्य समिति की चेयरपर्सन कंचन माहेश्वरी की तबीयत खराब हो गई है। तीनों को उत्तरी निगम के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल में भर्ती कराया गया है। निगम के मुताबिक उनके शरीर में शुगर की मात्रा कम हो गई थी। इसकी वजह से पार्षदों को दिक्कत होने पर आपातकालीन वार्ड में दाखिल कराया गया था। तीनों निगम के महापौर सहित निगम के 22 नेता दिल्ली सरकार से 13 हजार करोड़ रुपये के बकाया फंड की मांग को लेकर सात दिसंबर से धरना दे रहे हैं।
दिल्ली सरकार की तरफ से बकाया फंड पर कोई जवाब न मिलने की वजह से निगम के नेताओं ने बृहस्पतिवार से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है। अनशन के कारण सभी पार्षदों का औसतन डेढ़ से तीन किलो वजन कम हो गया है। वहीं ठंड की वजह से पार्षदों को सिर दर्द और उच्च रक्तचाप की शिकायत है। उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने कहा कि तीनों निगम के महापौर समेत अनशन कर रहे सभी नेताओं की लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है। वह सफाई कर्मचारी, शिक्षक, डाक्टरों, डीबीसी और निगमों के डेढ़ लाख से ज्यादा कर्मचारियों के लिए धरना और अनशन कर रहे हैं।
पूर्वी दिल्ली के महापौर निर्मल जैन ने कहा कि वह अपनी आखिरी सांस तक निगम कर्मचारियों के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। दक्षिणी दिल्ली की महापौर अनामिका ने कहा कि दिल्ली सरकार निगम चुनाव जीतने के लिए निगमों को पंगु बनाना चाहती है, लेकिन दिल्ली की जनता सब कुछ देख रही है।Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
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