Dara Shikohs Tomb: हुमायूं के मकबरे में मिली कब्र दारा शिकोह की है या नहीं, कल हो जाएगा तय
Dara Shikohs Tomb केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने जनवरी में हुमायूं के मकबरे में दफन दारा शिकोह की कब्र ढूंढने के लिए कमेटी बनाई थी। इसमें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) से संबंधित पूर्व अधिकारी व देश के बड़े पुरातत्वविद् शामिल हैं।
By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 23 Dec 2020 09:21 AM (IST)
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। Dara Shikohs Tomb: दिल्ली नगर निगम के अभियंता ने हुमायूं के मकबरे में जिस कब्र को दारा शिकोह की कब्र होने का दावा किया है। उस कब्र के बारे में बृहस्पतिवार को फैसला होगा। कब्र के बारे में पता लगाने के लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा गठित कमेटी ने बैठक बुलाई है। इसमें सभी सदस्य इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और फैसला लेंगे। हालांकि कमेटी के अधिकतर सदस्य अभियंता के दावे के समर्थन में हैं, जो तथ्य अभियंता ने प्रस्तुत किए हैं। वे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के आकलन से मेल खाते हैं। मगर कमेटी के सदस्य सैयद जमाल हसन अभियंता के दावे के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि किसी अभियंता की बात को बगैर अध्ययन किए नहीं माना जा सकता है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने जनवरी में हुमायूं के मकबरे में दफन दारा शिकोह की कब्र ढूंढने के लिए कमेटी बनाई थी। इसमें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) से संबंधित पूर्व अधिकारी व देश के बड़े पुरातत्वविद् शामिल हैं। इसमें पद्मश्री आरएस बिष्ट, केएन दीक्षित, डा बी आर मणि, पदमश्री डॉ. केके मुहम्मद, सैयद जमाल हसन व बीएम पांडेय आदि के नाम हैं। कमेटी को तीन माह में अपनी रिपोर्ट देनी थी, लेकिन यह कार्य इस समय तक पूरा नहीं हो सका, बाद में कोरोना को लेकर लगाए गए लाकडाउन के चलते यह कार्य आगे नहीं बढ़ सका।
इसी दौरान दक्षिणी नगर निगम के हैरिटेज सेल के सहायक अभियंता संजीव कुमार सिंह ने कब्र ढूंढने का दावा कमेटी के सदस्यों के सामने किया। कमेटी के सदस्य व पुरातत्वविद् डा बी आर मणि का कहना है कि संजीव कुमार सिंह ने जिस तरह से कब्र ढूंढ़ने को लेकर अध्ययन किया है। उससे दारा शिकोह की कब्र की पहेली सुलझाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि दारा की कब्र मुराद व डानियाल के साथ है। गुंबद के नीचे एक कमरे में तीन पुरुषों की कब्र हैं। उसी में एक कब्र है, जो शाहजहां के समय के आर्किट्रेक्चर को दर्शाती है। यही कब्र दारा शिकोह की होने का दावा किया जा रहा है।
24 दिसंबर को होने वाली कमेटी की बैठक में इस पर चर्चा होगी। अगर बैठक में निरीक्षण करने पर सहमति बनती है तो हुमायूं के मकबरे में जाकर देखा जाएगा। वहीं पुरातत्वविद पद्मश्री आर एस बिष्ट ने कहा कि वह इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे, मगर अध्ययन के बाद इस मामले में किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाए तो यह अच्छी बात होगी। पुरातत्वविद् पद्मश्री के के मुहम्मद व एन दीक्षित भी डॉ बीआर मणि की बात से सहमत हैं।Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।