Move to Jagran APP

प्रसिद्ध नृत्य इतिहासकार पद्मश्री सुनील कोठारी का दिल का दौरा पड़ने से निधन

पद्मश्री से सम्मानित नृत्य इतिहासकार एवं आलोचक सुनील कोठारी का दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली के एक अस्पताल में रविवार सुबह निधन हो गया। एक महीने पहले वह कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उनकी उम्र 87 वर्ष थी।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Mon, 28 Dec 2020 01:06 PM (IST)
Hero Image
कोठारी का जन्म 20 दिसंबर 1933 को मुंबई में हुआ था।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। पद्मश्री से सम्मानित नृत्य इतिहासकार एवं आलोचक सुनील कोठारी का दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली के एक अस्पताल में रविवार सुबह निधन हो गया। एक महीने पहले वह कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उनकी उम्र 87 वर्ष थी। वह एशियन गेम्स विलेज स्थित अपने घर पर थे और स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। लेकिन, रविवार सुबह दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया।

भारतीय नृत्य कलाओं की शिक्षा लेने से पहले वह चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) थे कोठारी

कोठारी का जन्म 20 दिसंबर 1933 को मुंबई में हुआ था। भारतीय नृत्य कलाओं की शिक्षा लेने से पहले वह चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) थे। कोठारी ने भारतनाट्यम, ओडिशी, छऊ और कत्थक समेत कई भारतीय नृत्य कलाओं पर 20 से ज्यादा पुस्तकें लिखी हैं।

1995 में मिला संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार

उन्हें 1995 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा गया था। इसके साथ ही गुजरात संगीत नाटक अकादमी ने भी वर्ष 2000 में उन्हें गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया था। कोठारी ने उदय शंकर और रूक्मिणी देवी अरूंडेल की फोटो जीवनी पर भी काम किया था।

नृत्यांगना और लंबे समय से उनसे जुड़ी रहीं अनीता रत्नम ने कहा कि उनमें गजब का उत्साह था। कोठारी की उनसे मुलाकात 1970 में चेन्नई में एक नृत्य कार्यक्रम में हुई थी, जब वह किशोरावस्था में थीं। रत्नम ने बताया कि प्रदर्शन के बाद वह मंच के पिछले हिस्से में आए और मुझे देखकर कहा, अप्सरा। वह सिर्फ नृत्य देखने नहीं बल्कि रिहर्सल के लिए भी आते थे। वहां मौजूद हर शख्स से बात करते थे।

कोठारी ने रबिंद्र भारती विश्वविद्यालय में उदय शंकर चेयर का नेतृत्व किया और फुलब्राइट प्रोफेसर के तौर पर न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में नृत्य विभाग में अध्यापन भी किया। उन्हें 2001 में पद्मश्री और अमेरिका में 2011 में डांस क्रिटिक्स एसोसिएशन, न्यूयॉर्क का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।