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दिल्ली में भी दौड़ सकती है लाइट मेट्रो और नियो मेट्रो, यहां जानिये- इनकी खूबियां

Neo Metro and Water Metro नियो मेट्रो लाइट से भी हल्की और ट्राम की तरह होगी। दिल्ली में कीर्ति नगर से द्वारका सेक्टर 25 तक नियो मेट्रो का कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव है। पहले लाइट मेट्रो की ही परियोजना थी।

By JP YadavEdited By: Updated: Tue, 29 Dec 2020 08:49 AM (IST)
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कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे।

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली में देश की पहली चालक रहित मेट्रो को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही 37 किलोमीटर लंबी मजेंटा लाइन पर बोटेनिकल गार्डन से जनकपुरी पश्चिम के बीच बगैर चालक की मेट्रो दौड़ पड़ी। पीएम ने नेशनल कामन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) का भी शुभारंभ किया, जिसका इस्तेमाल एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर होगा। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के चुनिंदा देशों में शामिल हो गया, जहां चालक रहित मेट्रो की सुविधा है। इसके बाद देशवासियों को लाइट, नियो व वाटर मेट्रो की सुविधा भी मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नियो मेट्रो, लाइट मेट्रो और वाटर मेट्रो का भी जिक्र किया, जो भारत के तमाम शहरों में आने वाले दिनों में दौड़ती नजर आएंगी। आइये जानते हैं तीनों मेट्रो में क्या है अंतर।

वाटर मेट्रो

वाटर मेट्रो पानी पर चलती है, जो देखने में बोट की तरह होती है। कोच्चि में वाटर मेट्रो की शुरुआत होने पर एक बार में 50 से 100 यात्री सफर कर पाएंगे।

दिल्ली बनेगी आधुनिक व भव्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले समय में हर छोटा-बड़ा शहर देश की अर्थव्यवस्था का बड़ा केंद्र बनने वाला है। दिल्ली 130 करोड़ की आबादी वाले दुनिया की बड़ी आर्थिक व सामरिक ताकत की राजधानी है। इसलिए यहां की आधुनिकता से उसकी भव्यता दिखनी चाहिए। सरकार सबके साथ मिलकर इसे आधुनिक व भव्य बनाएगी। 21वीं सदी का भारत दुनिया में नई पहचान बना रहा है तो दिल्ली में उसकी भव्यता दिखे, यह बेहद जरूरी है।

दिल्ली को आधुनिक स्वरूप देने के हो रहे प्रयास

पीएम मोदी ने कहा कि बहुत पुराना शहर होने के नाते चुनौतियां जरूर हैं, लेकिन इसके बीच ही आधुनिकता की पहचान देनी है। दिल्ली को आधुनिक स्वरूप देने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। इलेक्टिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए खरीद पर सरकार ने टैक्स में छूट दी है। सैकड़ों कॉलोनियों के नियमितीकरण या झुग्गियों में रहने वालों को सरकारी आवास देने का प्रयास किया जा रहा है। दिल्ली में पुराने पर्यटक स्थल के साथ 21वीं सदी का आकर्षण भी हो, इसके लिए काम जारी है। द्वारका में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन व एक्सपो सेंटर का निर्माण किया जा रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार, सम्मेलनों व व्यावसायिक पर्यटन का केंद्र होगा। नए संसद भवन व द्वारका में भारत वंदना पार्क का निर्माण किया जा रहा है। इससे शहर की तस्वीर बदलेगी, रोजगार बढ़ेगा।

600 मेगावाट सौर ऊर्जा का होगा इस्तेमाल

मोदी ने कहा कि मेट्रो में ऐसे ब्रेकिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे 50 फीसद ऊर्जा वापस ग्रिड में चली जाती है। मेट्रो में अभी 130 मेगावाट सौर ऊर्जा का इस्तेमाल हो रहा है। इसे बढ़ाकर 600 मेगावाट किया जाएगा।

एक राष्ट्र, एक मोबिलिटी कार्ड

एनसीएमसी को आने वाले समय में देशभर में मेट्रो, बस सहित सभी सार्वजनिक परिवहन में किराया भुगतान के लिए लागू किया जाएगा। इसलिए एक राष्ट्र, एक मोबिलिटी कार्ड पर काम चल रहा है। इससे लोगों को टोकन व टिकट के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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