पुलिस ने कोर्ट में कहा- दिल्ली दंगे में उमर खालिद ने भाषण देकर आग में घी का काम किया
दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया है कि जिस तरह उमर खालिद ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में लोगों को भड़काया। वैसे ही उसने मध्य प्रदेश राजस्थान बिहार महाराष्ट्र में लोगों को भड़काने के लिए भाषण दिए। जाने और ठहरने के लिए उसे धन उपलब्ध कराया गया।
नई दिल्ली, आशीष गुप्ता। दिल्ली दंगे के एक अन्य मामले में दिल्ली पुलिस ने जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद के खिलाफ कड़कड़डमा कोर्ट में 100 पन्नों का आरोपपत्र दायर किया है। इसमें दंगे की साजिश रचने, राष्ट्र विरोधी भाषण देने समेत कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोपपत्र में कहा गया है कि उमर ने दंगे भड़काने के लिए ‘आग में घी’ का काम किया।
8 जनवरी को उसने शाहीनबाग में ताहिर हुसैन और खालिद सैफी के साथ मिलकर दंगे की साजिश रचने के लिए बैठक की थी। यही नहीं दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन के साथ उमर को दयालपुर इलाके में हुई हिंसा के मामले में भी आरोपित बनाया है। बता दें कि उमर खालिद के खिलाफ इससे पहले गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत दायर आरोपपत्र पर कोर्ट संज्ञान ले चुकी है।
दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया है कि जिस तरह उमर खालिद ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में लोगों को भड़काया। वैसे ही उसने मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र में लोगों को भड़काने के लिए भाषण दिए। वहां जाने और ठहरने के लिए उसे धन उपलब्ध कराया गया। आरोपपत्र में यह भी कहा गया है कि दंगे के लिए फंडिंग हुई थी, जोकि ताहिर हुसैन समेत अन्य लोगों के खातों में की गई। कुछ दिन पहले दायर पूरक आरोपपत्र की तरह इस आरोपपत्र में भी आरोप लगाया है कि उमर खालिद ने दंगा भड़काने के लिए विभिन्न भाषाएं बोलने वाली महिलाओं और बच्चों का सहारा लिया।
पुलिस का दावा है कि इस बारे में उमर का बयान भी उनके पास है। दिल्ली पुलिस ने इस आरोपपत्र में एक नए नाम का जिक्र किया है। बताया है कि राहुल राय नामक शख्स ने दिल्ली सपोर्टर प्रोटेस्ट नाम से वाट्सएप ग्रुप बनाया था। इस ग्रुप के जरिए भी दिल्ली दंगे को भड़काने की योजना तैयार की गई।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो