अब डेढ़ किलोमीटर लंबा छह लेन का होगा बिजवासन फ्लाईओवर, कई इलाके के लोगों को होगी सहूलियत
लोक निर्माण विभाग ने खामियों को दूर करने की कवायद शुरू कर दी है। फ्लाईओवर के विस्तार को लेकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भी तैयार कर लिया है जिसके मुताबिक बिजवासन फ्लाईओवर की लंबाई अभी 800 मीटर है जिसे बढ़ाकर डेढ़ किलोमीटर किया जाएगा।
नई दिल्ली, बिरंचि सिंह। निर्माण कार्य के शुरुआत में खामियोंं को लेकर चर्चा में रहा बिजवासन का फ्लाईओवर इन दिनों अब खामियों काे दूर करने को लेकर चर्चा में है। बिजवासन का यह फ्लाईओवर रेलवे क्रांसिंग से शुरू होकर बिजवासन गांव में ही समाप्त हो जाता है। इसके बनने के बाद से रेलवे क्रासिंग पर वाहनों को रोकने की समस्या से निजात जरूर मिल गई लेेकिन गांव की सड़कों पर जाम की समस्या ज्यों की त्यों बनी रही। बल्कि, पहले से ज्यादा और वाहन सवार जाम में फंसने लगे। यहां तक की फ्लाईओवर पर भी वाहन सवारों को आगे निकलने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। हालांकि, फ्लाईओवर के बीच में उतरने की न तो सीढियां बनीं थी और न रोशनी का भी प्रबंध था। बाद में सीढ़ियां बनी और स्ट्रीट लाइटें लगा दी गई लेकिन फ्लाईओवर से उतरते ही रोज रोज वाहनों के जमावड़े से वाहन सवारों को निजात नहीं मिली।
हर समय दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। चूंकि, लोकनिर्माण विभाग ने दिल्ली में जिन 77 जगहों को भयंकर जाम और दुर्घटनाग्रस्त इलाकों में चिन्हित किया था। इसमें इस बिजवासन फ्लाईओवर का नाम भी शामिल है। ऐसे में लोक निर्माण विभाग ने खामियों को दूर करने की कवायद शुरू कर दी है। फ्लाईओवर के विस्तार को लेकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भी तैयार कर लिया है, जिसके मुताबिक बिजवासन फ्लाईओवर की लंबाई अभी 800 मीटर है जिसे बढ़ाकर डेढ़ किलोमीटर किया जाएगा। चार लेन का यह फ्लाईओवर अब छह लेन का बनेगा। यह फ्लाईओवर अभी तक गांव के पास आकर खत्म होता है अब यह गोलकधाम पर उतरेगा। इससे नजफगढ़ से बिजवासन होकर गुरुग्राम आने जानेवाले वाहन सवारों को जाम में फंसने की नौबत नहीं आएगी।
ऐसे तो बिजवासन फ्लाईओवर की नींव 2010 में काॅमनवेल्थ गेम के दौरान पड़ गई थी। लेेकिन डिजाइन में गड़बड़ी और भूमि अधिग्रहण में देरी की वजह से तीन साल की देरी हो गई। हालांकि,अब इस फ्लाइओवर के विस्तार को लेकर लोकनिर्माण विभाग ने डीपीआर तैयार कर चुका है। इस परियोजना को धरातल पर लाने में अभी एक साल का वक्त लगना भी तय माना जा रहा है।
स्थानीय पूर्व निगम पार्षद प्रवीण राणा का कहना है कि फ्लाईओवर खुलने के बाद रेलवे क्रांसिंग पर वाहनों का इंतजार तो खत्म हो गया लेकिन गांव की तरफ उतरने के बाद मुख्य मार्गों पर वाहनों का जमावड़ा लगने लगा। इससे गुरुग्राम के सेक्टर 23, पालम विहार, कार्टरपुरी और दूसरी तरफ डूंडाहेड़ा की तरफ जानेवाले वाहन सवारों को रोज रोज जाम में फंसना पड़ता है।
दैनिक जागरण से बातचीत में बिजवासन विधानसभा क्षेत्र के विधायक भूपेंद्र सिंह जून ने कहा कि बिजवासन फ्लाईओवर के विस्तार के साथ गांव की सड़क पर जहां जहां जाम लग रहा है उस सड़क और चाैराहों को भी दु़रुस्त किया जाएगा। इसके लिए भी योजना बनाई जा रही है।
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