Move to Jagran APP

Republic Day Violence: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के हाथ लगे 1,700 मोबाइल क्लिप व CCTV फुटेज

दिल्ली पुलिस ने बताया है कि हिंसा के संबंध में स्थानीय लोगों से 1700 मोबाइल क्लिप और सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुई हैं। ये मोबाइल क्लिप और सीसीटीवी फुटेज पुलिस की जांच में अहम सुराग साबित हो सकते हैं।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 31 Jan 2021 11:08 AM (IST)
Hero Image
मोबाइल क्लिप और सीसीटीवी फुटेज पुलिस की जांच में अहम सुराग साबित हो सकते हैं।

नई दिल्ली, एएनआइ/ जेएनएन। दिल्ली में 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने बताया है कि हिंसा के संबंध में स्थानीय लोगों से 1,700 मोबाइल क्लिप और सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुई हैं। ये मोबाइल क्लिप और सीसीटीवी फुटेज पुलिस की जांच में अहम सुराग साबित हो सकते हैं।

एक पुलिस अधिकारी का कहना है उपद्रव के हजारों सीसीटीवी फुटेज, कैमरे व मोबाइल से बनाए गए फुटेज दिल्ली पुलिस को मिल चुके हैं। दिल्ली पुलिस की बड़ी टीम नंबरों के आधार पर ट्रैक्टरों, कारों व बाइक के नंबरों की पहचान करने में जुटी हुई है। जैसे-जैसे नंबरों के आधार पर वाहन मालिकों की पहचान की जाएगी पुलिस उनहें पूछताछ में शामिल होने के लिए नोटिस भेजेगी।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि उपद्रव में शामिल सभी वाहन केस प्रापर्टी के तौर पर जब्त किए जाएंगे। केस की सुनवाइ होने तक उक्त वाहन पुलिस के कब्जे में होंगे। पुलिस तकनीक के माध्यम से उपद्रवियों की भी पहचान करने में तेजी से जुटी हुई है। जैसे-जैसे उपद्रवियों की पहचान होती जाएगी पुलिस उन्हें पड़ोसी राज्यों की पुलिस की मदद से उन्हें जल्द दबोचने की कोशिश करेगी।

बता दें कि उपद्रव मामले में अबतक दिल्ली पुलिस ने 38 केस दर्ज किया है। अबतक पुलिस 84 उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। ये उपद्रवी, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व पंजाब के रहने वाले हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिन 70 ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस भेजा गया है वे उत्तर प्रदेश, हरियाणा व पंजाब के रहने वाले हैं। इन्हें अपनी सुविधा के अनुसार जल्द पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के अलग-अलग कार्यालयों में हाजिर होने को कहा गया है।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।