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जेएनयू ने घटाई छात्रों पर लगाए गए जुर्माने की राशि, अब 2000 की जगह देना होगा 1500 रुपये

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने कोरोना संकट के बीच बिना अनुमति के छात्रावास में वापसी करने वाले छात्रों पर लगाए गए जुर्माने की राशि को 500 रुपये घटा दिया है। अब छात्रों को दो हजार के बजाय 1500 रुपये जुर्माना देना होगा।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Mon, 01 Feb 2021 07:47 AM (IST)
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जेएनयू ने जुर्माने की राशि को 500 रुपये घटा दिया है।

नई दिल्ली, राहुल चौहान। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने कोरोना संकट के बीच बिना अनुमति के छात्रावास में वापसी करने वाले छात्रों पर लगाए गए जुर्माने की राशि को 500 रुपये घटा दिया है। अब छात्रों को दो हजार के बजाय 1500 रुपये जुर्माना देना होगा।

बता दें कि छात्र क्वारंटाइन के नियम का पालन किए बिना छात्रावास स्थित अपने कमरों के ताले तोड़कर उनमें दाखिल हो गए थे। विवि प्रशासन ने छात्रों के इस कदम को दूसरे छात्रों के जीवन को खतरे में डालने वाला माना था। इसके बाद छात्रावास के वरिष्ठ वार्डन द्वारा इन छात्रों पर दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था।

कोरोना महामारी के बीच छात्रों की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए छात्रों के कई प्रतिनिधि मंडल ने जुर्माने को माफ करने की अपील की थी। इसके बाद मामले को देख रही समिति ने जुर्माने की राशि को कम करने का निर्णय लिया।

देश भर के 3938 परीक्षा केंद्रों पर हुआ सीटेट का आयोजन

इधर, देश भर के 135 शहरों के 3938 परीक्षा केंद्रों पर 14वीं केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। परीक्षा का आयोजन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने किया। इस दौरान 22 लाख 97 हजार 062 छात्रों ने परीक्षा दी। जबकि 30 लाख 58 हजार 974 छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। परीक्षा के सुचारू और निष्पक्ष संचालन के लिए कुल 146 शहर समन्वयकों, 3938 केंद्र अधीक्षकों, 5900 प्रेक्षकों और 789 सीबीएसई अधिकारियों/कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। कोविड महामारी के कारण इस बार 23 अतिरिक्त शहरों में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए। इससे इस बार शहरों की संख्या 112 से बढ़कर 135 हो गई। इस दौरान भारत सरकार द्वारा जारी किये गए सभी निर्देशों का पालन किया गया।

वहीं, अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए बोर्ड ने इस बार डिजिटल अंक पत्र और पात्रता प्रमाण पत्र डिजिलॉकर के माध्यम से उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। इस वर्ष भी सभी उपस्थित अभ्यर्थियों के डिजिलॉकर खाते बनाए जाएंगे और अभ्यर्थियों को खाता क्रेडेंशियल्स के बारे में उनके सीबीएसई के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर सूचित किया जाएगा। क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके अभ्यर्थी अपने डिजिटल अंक-पत्र और पात्रता प्रमाण-पत्र डाउनलोड कर सकेंगे।

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