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अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां यमुना में हुई विसर्जित

भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दिल्ली में अंतिम अस्थियां मंगलवार को भाजपा नेताओं ने यमुना में विसर्जित की। विसर्जन से पहले वजीराबाद रोड स्थित गुरुद्वारा नानकसर से सोनिया विहार दूसरा पुश्ता स्थित यमुनाघाट तक अटल अस्थि कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान सड़क किनारे खड़े लोगों ने अस्थि वाहन पर गुलाब के फूलों की बारिश की। यात्रा से लेकर विसर्जन तक अटल अमर रहे जैसे नारे गुंजते रहे। इसमें उत्तरी पूर्वी, पूर्वी और चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 28 Aug 2018 07:56 PM (IST)
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अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां यमुना में हुई विसर्जित
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां मंगलवार को यमुना में विसर्जित की गई। इससे पहले वजीराबाद रोड स्थित गुरुद्वारा नानकसर से सोनिया विहार दूसरा पुश्ता स्थित यमुना घाट तक अटल अस्थि कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान सड़क किनारे खड़े लोगों ने अस्थि वाहन पर गुलाब के फूलों की बारिश की। यात्रा शुरू होने से अस्थि विसर्जन तक अटल अमर रहे जैसे नारे गूंजते रहे। यात्रा में उत्तरी पूर्वी, पूर्वी और चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।

अस्थि वाहन पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण ¨सह, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी, सांसद मीनाक्षी लेखी, पूर्वी दिल्ली के महापौर बिपिन बिहारी ¨सह सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इस दौरान बारिश भी आई, जिसमें लोग भीगते रहे लेकिन यात्रा से लोग न हटे।

सोनिया विहार यमुना घाट पर पहुंचने के बाद नेताओं ने मोटर बोट पर बैठकर बीच नदी में जाकर वाजपेयी की अस्थियों को ¨हदू रीति-रिवाज के अनुसार मंत्रोच्चार के बीच यमुना में विसर्जित किया। इस दौरान मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। यह अस्थि कलश यात्रा दिल्ली में अंतिम थी।

यात्रा के समापन व अस्थि विसर्जन के बाद मनोज तिवारी ने कहा कि वाजपेयी उस महान व्यक्तित्व का नाम है, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उनके आदर्श जीवन जीने की पद्धति ने उन्हें न सिर्फ देश में बल्कि संपूर्ण विश्व में ख्याति के शिखर तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि सोनिया विहार के यमुना तट पर अटल की अस्थियों का विसर्जन एक ऐतिहासिक क्षण है, इससे क्षेत्र के लाखों लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों के दिलों में वाजपेयी के लिए आदर और सम्मान का भाव है। उन्होंने कहा कि इस पल को यादगार बनाने के लिए सोनिया विहार यमुना घाट का नाम वाजपेयी जी के नाम पर रखा जाए।

अरुण ¨सह ने कहा कि वाजपेयी राष्ट्र भक्ति, समर्पण, दृढ़ निश्चय और उदार व्यक्तित्व के धनी थे। उनके कृतित्व का लोहा ना सिर्फ पार्टी के लोग बल्कि विपक्षी भी मानते थे। उन्होंने कहा कि अटल बेशक हमारे बीच से चले गए, लेकिन उनसे कार्यकर्ताओं को सदैव प्रेरणा मिलती रहेगी। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता, विधायक जगदीश प्रधान, स्थायी समिति के अध्यक्ष सत्यपाल ¨सह, पूर्व महापौर नीमा भगत, पार्षद कुसुम तोमर, सुषमा मिश्रा व केके अग्रवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, प्रदेश महामंत्री कुलजीत ¨सह चहल, र¨वद्र गुप्ता, राजेश भाटिया, जिलाध्यक्ष अजय महावर, कैलाश जैन, रामकिशोर शर्मा, धीरज जोशी, आनंद त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।

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अटल बिहारी वाजपेयी की कार्यशैली हमेशा हमें सुशासन के लिए प्रेरित करेगी और उनके बताए आदर्शों पर चल कर दिल्ली और देश को एक स्वच्छ राजनीतिक माहौल मिलेगा। इससे दिल्ली और देश को विकास के नए आयाम मिलेंगे।

- विजेन्द्र गुप्ता, नेता प्रतिपक्ष

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प्रदेश नेतृत्व की कुशल योजना एवं कार्यकर्ताओं की मेहनत से अस्थि कलश यात्रा के माध्यम से अटल बिहारी वाजपेयी की लोकप्रियता दिल्ली की गली-गली और घर-घर तक पहुंची है। इसके लिए कार्यकर्ता धन्यवाद के पात्र हैं।

कुलजीत चहल, प्रदेश महामंत्री एवं संयोजक अस्थि कलश यात्रा

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