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दिल्ली और देश का राजनीतिक मिजाज भांप रहे हैं ऑटो वाले

दिल्ली में किसी ऑटो में बैठे और मंजिल तक पहुंचने के बीच ऑटो चालक आपसे बातों-बातों में देश की सियासत और मतदान पर आपका रुख पूछे तो इसे सामान्य बातचीत मत मानिएगा। हो सकता है वह चालक किसी राजनीतिक दल या विचारधारा वाले संगठन से जुड़ा हुआ हो।

By JagranEdited By: Updated: Sun, 31 Mar 2019 05:32 PM (IST)
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दिल्ली और देश का राजनीतिक मिजाज भांप रहे हैं ऑटो वाले

नेमिष हेमंत, नई दिल्ली :

दिल्ली में किसी ऑटो में बैठे और मंजिल तक पहुंचने के बीच ऑटो चालक आपसे बातों-बातों में देश की सियासत और मतदान पर आपका रुख पूछे तो इसे सामान्य बातचीत न समझें। हो सकता है वह चालक किसी राजनीतिक दल या विचारधारा वाले संगठन से जुड़ा हुआ हो। आपसे बातचीत का फीडबैक वह पार्टी को देगा जिससे वह अपना एजेंडा तैयार करने के साथ प्रत्याशी तय करने में इस्तेमाल कर सकती है। ऐसा ही एक प्रयोग भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) से जुड़े आटो-टैक्सी चालकों द्वारा किया जा रहा है।

इस मुहिम में दिल्ली में तकरीबन 3000 ऑटो चालक लगे हुए हैं। वहीं, करीब 600 टैक्सी और 150 ग्रामीण सेवा से जुड़े चालक भी शामिल हैं।

यात्रियों के रूप में उन्हें हर आयु, वर्ग व धर्म के लोग मिल रहे हैं। ऐसे में बातचीत कर मौजूदा राजनीतिक दलों के साथ राजनेताओं और योजनाओं पर भी यात्रियों के साथ चर्चा कर उनका रुख भांपने की कोशिश हो रही है। ताकि भाजपा का प्रचार अभियान उसके अनुसार हो सके। अधिक से अधिक मतदाताओं को लुभाया जा सके।

इस बारे में बीएमएस ऑटो-टैक्सी चालक इकाई के अध्यक्ष राजेंद्र सोनी ने बताया कि यात्रियों से चालक की बातचीत सामान्य प्रक्रिया है। अब इस प्रक्रिया से राजनीतिक मिजाज भांपने की कोशिश हो रही है। यह प्रक्रिया चुनाव की घोषणा के साथ ही शुरू हो गई है। ग्रामीण सेवा और टैक्सी के चालक भी इसमें सहायता कर रहे हैं।

अब तक के नतीजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को उत्साहित करने वाले हैं। इस बारे में राजेंद्र सोनी ने बताया कि 70 से 80 फीसद सवारियों का रुझान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में दिखाई दे रहा है। इसमें प्रत्याशियों के कामकाज का भी हिसाब लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यात्रियों से मिले फीडबैक को बीएमएस के साथ ही भाजपा को भी दिया जाएगा।

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