बुराड़ी मामले में 20 लोगों से हुई पूछताछ
-पूछताछ में बाहरी लोगों द्वारा घर में घुसकर हत्या करने जैसी बात नहीं आ रही सामने -बुराड़ी
By JagranEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 09:15 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
बुराड़ी मामले में क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को मृतक बुजुर्ग महिला नारायण देवी के बड़े बेटे दिनेश, बड़ी बेटी सुजाता, ललित की पत्नी की तीन बहनें, प्रियंका के मंगेतर, डिलीवरी ब्वॉय ऋषि व मरने वालों के रिश्तेदारों समेत 20 से अधिक लोगों से सघन पूछताछ की। सुबह दस बजे ही क्राइम ब्रांच के 25 सदस्यों की टीम बुराड़ी थाने पहुंच गई थी। वहां बारी-बारी से सभी को बुलाकर डीसीपी स्तर के अधिकारी ने पूछताछ की। पूछताछ का सिलसिला रात करीब 9 बजे तक चलता रहा। संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच आलोक कुमार के मुताबिक अबतक की पूछताछ व जांच में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है कि नारायण देवी के घर में किसी बाहरी ने घुसकर सभी की रहस्यमय तरीके से हत्या कर दी है। किसी बाहरी, परिचित, रिश्तेदार, पारिवारिक दोस्त व परिजनों द्वारा आपराधिक साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिलाने की बात सामने नहीं आई है। पुलिस को धीरे-धीरे ऐसे पर्याप्त सुबूत मिलते जा रहे हैं जिससे यह साफ हो रहा है कि तंत्र मंत्र व अंधविश्वास के चक्कर में ही सभी 11 लोगों की भयावह तरीके से मौत हुई है। पोस्टमार्टम के बाद प्रथम दृष्टया रिपोर्ट में डॉक्टर सोमवार को ही संकेत दे दिए थे कि सभी 11 लोगों की मौत फंदे पर लटकने से हुई है।
आलोक कुमार के मुताबिक सोमवार को सभी 11 शवों के अंतिम संस्कार हो जाने के बाद मंगलवार से इस मामले में जांच शुरू की गई। क्राइम ब्रांच का कहना है कि नारायण देवी के छोटे बेटे ललित की भूमिका पर पूरा मामला घूम रहा है। अबतक की जांच से यह पता चल रहा है कि पिता की आत्मा आने की बात कहकर वह अपनी साधना के जरिये परिवार के सभी 10 सदस्यों को अपने वश में कर लिया था। उसी के बताए अनुसार सभी कामकाज करते थे। घटना में जब 10 शव लटके हुए पाए गए थे तब ललित व उसकी पत्नी टीना के हाथ व पैर नहीं बंधे थे, बाकी 8 के बंधे हुए थे। इसलिए आशंका है कि ललित व उसकी पत्नी ने सभी 8 लोगों के पहले हाथ पैर बांधे हों फिर उन्हें प्लास्टिक के स्टूल पर चढ़ने के लिए कहा हो। उसके बाद वे खुद फंदे से लटक गए हों। इसलिए क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार को पहले टीना की तीन सगी बहनों से पूछताछ की। तीनों मध्यप्रदेश व राजस्थान में रहती हैं। घटना की जानकारी मिलने पर वे दिल्ली आई थीं। उनसे टीना व ललित के स्वभाव के बारे में पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वे बिल्कुल सामान्य लोगों की तरह थे। उन्हें कभी महसूस नहीं हुआ कि वे लोग तंत्रमंत्र में विश्वास रखते थे। ललित में पिता की आत्मा आने व उसके कहने पर परिवार के सभी सदस्यों द्वारा साधना करने जैसी बातों को तीनों ने खंडन किया।
ललित के बड़े भाई दिनेश व बड़ी बहन सुजाता से पूछताछ में भी उन्होंने पिता की आत्मा आने, साधना करने व तंत्रमंत्र के चक्कर में पड़ने की बातों से इन्कार किया। मृतक प्रियंका के मंगेतर सुमित कुमार ने भी पूछताछ में बताया कि प्रियंका साधारण लड़की थी। उसके व्यवहार से तंत्रमंत्र का कभी अहसास नहीं हुआ। क्राइम ब्रांच का कहना है कि तंत्रमंत्र से ज्यादा यह मामला ह्यूमन साइकी या मनोदशा से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा है। पुलिस परिवार के सदस्यों की मनोदशा जानने की कोशिश कर रही है। कुछ समय पहले प्रियंका की सगाई हुई थी। सगाई के बाद से दोनों के बीच अक्सर बातचीत होती थी। वह भगवान में आस्था रखती थी, लेकिन तंत्रमंत्र या बाबा से उसका किसी तरह का कोई लेनादेना नहीं था। प्रियंका की मा भी सामान्य थीं। उसने पुलिस को बताया कि जब उनका रिश्ता तय हुआ था, तभी परिवार के सदस्यों की तरफ से ऐसी कोई भी रस्म नहीं की गई जो अटपटी या फिर किसी तरह के अंधविश्वास की ओर इशारा करती हो। उनका कहना था कि प्रियंका भविष्य की योजना को लेकर भी चर्चा करती थी। शादी की तैयारियों को लेकर बातें करती थीं। अगर उसके अंदर आत्महत्या या मौत को गले लगाने जैसा कोई भी लक्षण होता तो वह या उसका परिवार सगाई ही क्यों करते। क्राइम ब्रांच ने हांडी रेस्टोरेंट के डिलीवरी ब्वॉय ऋषि से भी पूछताछ की। वह शनिवार रात 10.40 बजे खाना लेकर नारायण देवी के घर आया था। सामने रहने वाले पड़ोसी के सीसीटीवी में उसकी तस्वीर आ गई थी। उसने बताया कि जब वह खाना देने आया था तो सभी लोग सामान्य थे।
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