'आप' विधायकों के नाम है यह अनोखा रिकॉर्ड, जानें- कितनों के दामन हैं दागदार
आंकड़ों पर गौर करें तो 'आप' में मौजूद विधायकों व पूर्व विधायकों में से करीब 50 दागदार हैं। ऐसा किसी भी क्षेत्रीय पार्टी में अब तक देखने को नहीं मिला है।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित निवास पर आम आदमी पार्टी के दो नेताओं द्वारा दिल्ली के नौकरशाह अंशु प्रकाश की पिटाई को लेकर सूबे में भले ही तहलका मचा हो। मगर यह भी हकीकत है कि केजरीवाल की अगुआई वाली इस पार्टी में दबंगई करने वाले पूर्व व वर्तमान विधायकों की कमी नहीं है।
दागदार है दामन
आंकड़ों पर गौर करें तो इस पार्टी में मौजूद विधायकों व पूर्व विधायकों में से करीब 50 दागदार हैं। शायद यही वजह है कि मुख्य सचिव से मारपीट कर जेल पहुंचे दो विधायकों के अलावा 47 अन्य विधायकों, पूर्व विधायकों व तीन नेताओं पर भी शहर के अलग-अलग थानों, सीबीआइ व एसीबी में 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। कुल मिलाकर यह आंकड़ा 52 तक पहुंच गया है। यह बात दीगर है कि चंद मामलों में विधायक कोर्ट से बरी हो गए हैं, लेकिन अधिकतर मामले अभी विभिन्न अदालतों में विचाराधीन ही हैं। कुछ पर विधायक बनने से पहले के मुकदमे दर्ज हैं।
किसी भी क्षेत्रीय पार्टी में अब तक ऐसा देखने को नहीं मिला
दिल्ली पुलिस का कहना है कि दिल्ली विधानसभा की 70 में से 67 सीटों पर विजय दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी में कानून अपने हाथ में लेने वाले नेताओं की संख्या बढ़ती जा रही है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। ऐसा किसी भी क्षेत्रीय पार्टी में अब तक देखने को नहीं मिला है। कोर्ट ने भी गत दिनों दो विधायकों की जमानत अर्जी रद करते हुए टिप्पणी की थी कि घोषित अपराधियों को जमानत नहीं दी जा सकती है।
शर्मसार हुई है दिल्ली
उत्तम नगर के वाणी विहार में रहने वाले अचल शर्मा ने विभिन्न थानों व अन्य एजेंसियों से उक्त मुकदमे की जानकारी हासिल कर उसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजकर सरकार को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में अचल शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी में उनके सामने 11 विधायकों ने जिस तरह से मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ आधी रात बदसलूकी व पिटाई की उससे दिल्ली शर्मसार हुई है।
कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं 'आप' विधायक
उधर, दिल्ली पुलिस का कहना है कि अंशु प्रकाश का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है, लेकिन आम आदमी पार्टी के विधायक विभिन्न रैलियों व कार्यक्रमों में आम जनता को उकसाने वाले भाषण देकर दिल्ली की कानून व्यवस्था और बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसके मद्देनजर दिल्ली पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
इन पर हैं मामले दर्ज
जिन विधायकों व पूर्व विधायकों के खिलाफ मामले दर्ज हैं उनमें मॉडल टाउन के अखिलेश पति त्रिपाठी, चांदनी चौक की पूर्व विधायक अलका लांबा, ओखला के अमानतुल्लाह खान, बल्ली मारन के इमरान हुसैन, मटिया महल के आसिम अहमद खान, शालीमारबाग की बंदना कुमारी, पालम की भावना गौड़, दिल्ली कैंट के कमांडर सुरेंद्र सिंह, महरौली के पूर्व विधायक नरेश यादव, बिजवासन के देवेंद्र सहरावत, संगम विहार के दिनेश मोहनिया, मटियाला के गुलाब सिंह, तिलक नगर के पूर्व विधायक जरनैल सिंह, राजौरी गार्डन के विधायक जरनैल सिंह, त्रिनगर के जितेंद्र सिंह तोमर, नजफगढ़ के पूर्व विधायक कैलाश गहलौत, छतरपुर के करतार सिंह तंवर, विकासपुरी के महेंद्र यादव, पटपड़गंज के मनीष सिसौदिया, कोंडली के पूर्व विधायक मनोज कुमार, उत्तम नगर के नरेश बाल्यान, आदर्श नगर के पवन शर्मा, देवली के प्रकाश जारवाल, आरके पुरम के प्रमिला टोकस, नांगलोई के राघवेंद्र सिंह शौकीन, जनकपुरी के पूर्व विधायक राजेश ऋषि, मंगोलपुरी की राखी बिड़लान, शाहदरा के राम निवास गोयल, किराड़ी के ऋतुराज झा, तुगलकाबाद के सहीराम, सुल्तानपुरी माजरा के संदीप, बुराड़ी के पूर्व विधायक संजीव झा, रोहताश नगर के पूर्व विधायक सरिता सिंह, शकूर बस्ती के सतेंद्र जैन, ग्रेटर कैलाश के सौरभ भारद्वाज, नरेला के पूर्व विधायक शरद चौहान, मोती नगर के पूर्व विधायक शिव चरण गोयल, सदर बाजार के पूर्व विधायक सोमदत्त, मालवीय नगर के सोमनाथ भारती, मुंडका के पूर्व विधायक सुखवीर सिंह बादल, वजीरपुर के पूर्व विधायक राजेश गुप्ता, बवाना के वेद प्रकाश, राजेंद्र नगर के पूर्व विधायक विजेंद्र गर्ग, त्रिलोकपुरी के राजू धिंगान, करोलबाग के विशेष रवि, विधायक धर्मेंद्र कोहली पर दिल्ली के थानों, सीबीआइ व एसीबी में कई मामले दर्ज हैं। इनमें कइयों पर छह से ज्यादा मामले भी दर्ज हैं। पार्टी के नेता दिलीप पांडे व स्वाति जयहिंद समेत बगावत कर बाहर निकले दो पूर्व नेताओं पर भी मामले दर्ज हैं।
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