मरीजों की भीड़ बढ़ी तो बढ़ गया स्वास्थ्यकर्मियों में कोरोना संक्रमण
स्वदेश कुमार पूर्वी दिल्ली करीब 1500 बेड की क्षमता वाले जीटीबी अस्पताल के कोविड अधिकृत घ्
स्वदेश कुमार, पूर्वी दिल्ली : करीब 1500 बेड की क्षमता वाले जीटीबी अस्पताल के कोविड अधिकृत घोषित होने से दूसरी बीमारियों से पीड़ित इस अस्पताल के मरीजों के लिए नगर निगम का स्वामी दयानंद अस्पताल विकल्प बन गया। इस अस्पताल की क्षमता साढ़े तीन सौ बेड की है। अपने मरीजों के साथ जीटीबी अस्पताल के नियमित मरीजों के आने से अस्पताल में भीड़ बढ़ गई। कोरोना संदिग्ध भी यहां पहुंचने लगे और नतीजतन कोरोना का इलाज न करते हुए भी इस अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों में तेजी से संक्रमण फैल गया। दो जून से पहले तक अस्पताल में तीन स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हुए थे। लेकिन इसके बाद के 18 दिनों में 16 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना की चपेट में आ गए। इसमें एक चतुर्थ वर्ग की कर्मचारी की मौत भी हो गई। बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए ही यहां भीड़ को नियंत्रित करने के तहत सोमवार से दो पाली में काम शुरू किया गया है।
अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक अब संक्रमित होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 19 स्वास्थ्यकर्मी 20 जून तक संक्रमित हो चुके थे। इसके बाद अस्पताल में कार्यरत एक कई स्वास्थ्यकर्मियों के परिवार के सदस्य भी लगातार संक्रमित हो रहे हैं। कोरोना संदिग्ध मरीजों को जीटीबी अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है। लेकिन बिना लक्षण वाले दूसरी बीमारी से पीड़ित कोरोना संक्रमित मरीज का पता नहीं चल पाता है। इसकी वजह से संक्रमण बढ़ गया। गाइनी विभाग में कई डॉक्टर इसकी चपेट में आ चुके हैं। दरअसल अस्पताल में भीड़ बढ़ने के कारण शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं हो पा रहा था। इसे देखते हुए पहले टोकन व्यवस्था लागू की गई। इसके बाद दो पाली में काम शुरू किया गया है। चार दिन में हो गई मौत