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बकरीद से पहले गो दान: मुस्लिम बंधुओं ने हनुमान वाटिका मंदिर की गोशाला को दान की गाय

बकरीद पर गाय की कुर्बानी की जगह उसे मां मानकर दान करने और उसका सम्मान करने के संदेश के साथ हुए कार्यक्रम में मुस्लिम महिलाओं समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सभी ने गोशाला की गायों को गुड़ और चारा खिलाकर प्यार से उनपर हाथ फेरा।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Wed, 21 Jul 2021 07:23 AM (IST)
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गोशाला संचालकों ने गाय का दूध पिलाकर मुस्लिम समुदाय के लोगों का किया स्वागत

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। रामलीला मैदान के साथ लगते हनुमान वाटिका मंदिर की गोशाला मंगलवार को ऐतिहासिक पल की गवाह बनी। मंगलवार को यहां मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) के पदाधिकारियों ने विधिविधान पूर्वक गो दान किया। दान से पहले मंत्रोच्चार के साथ गाय की आरती की गईं और उसे रोली लगाई गई। बकरीद पर गाय की कुर्बानी की जगह उसे मां मानकर दान करने और उसका सम्मान करने के संदेश के साथ हुए कार्यक्रम में मुस्लिम महिलाओं समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। सभी ने गोशाला की गायों को गुड़ और चारा खिलाकर प्यार से उनपर हाथ फेरा। इससे गोशाला के लोग अभिभूत दिखे और गाय का दूध पिलाकर सभी का स्वागत किया।

गाय के महत्व का जिक्र कर लोगों को बताया गया

मंच के राष्ट्रीय संगठन संयोजक गिरीश जुआल, राष्ट्रीय संयोजक मो. अफजाल, गो प्रकोष्ठ के अखिल भारतीय संयोजक मो. फैज खान के साथ गोशाला पहुंचे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गोशाला संचालक पंडित प्रमोद को गाय दान की। मो. फैज खान ने इस अवसर पर गाय के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि पैगंबर हजरत मोहम्मद ने कहा है कि गाय का दूध शिफा (स्वास्थ्यवर्धक) है, गाय का घी दवा है और गाय का मांस बीमारी है। इसे देखते हुए मुस्लिम समाज को गाय की कुर्बानी देने के बजाय उसका मां के समान सम्मान करना चाहिए। यह देश की एकता व अखंडा के लिए भी आवश्यक है, क्योंकि बहुसंख्यक हिंदू समाज गाय को माता की तरह पूजता है और कुर्बानी से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। कार्यक्रम में दिल्ली गो प्रकोष्ठ के संयोजक दिलदार बेग, क्षेत्रीय सह संयोजक इमरान चौधरी व दिल्ली संयोजक हाफिज साबरीन समेत नीलू खान, शाहीन खान, शाजिया व सोनिया खान भी मौजूद रहीं।

यूपी में भी हुआ गो-दान

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के इस प्रयास का असर पूरे देश में दिख रहा है। सोमवार को ही अधिवक्ता सिराज कुरैशी के नेतृत्व में गो दान हुआ। इसी तरह, उत्तर प्रदेश समेत देशभर में दस स्थानों पर भी गो दान कार्यक्रम किया जा रहा है। बकरीद पर बृहस्पतिवार को देशभर में एक हजार से अधिक स्थानों पर गायों को गुड़-चना खिलाकर उनके प्रति प्रेम व सम्मान प्रदर्शित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मंच अपनी स्थापना के साथ से ही गायों के प्रति मुस्लिम समाज को जागरूक करने का काम कर रहा है।

मील का पत्थर बना था गो पालकों का सम्मेलन

इसके लिए कुछ वर्ष पूर्व एक राष्ट्रीय हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था, जिसमें 11 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षरयुक्त पत्र तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौंपे गए थे। गिरीश जुआल बताते हैं कि मुस्लिम समाज की ओर से यह मांग देखकर प्रणब मुखर्जी काफी आशान्वित हुए थे। इसी तरह गो सेवक मो. फैज ने ढाई साल में 17 हजार किमी की पैदल यात्रा कर मुस्लिम समाज को गाय के महत्व के बारे में जागरूक किया था। मेवात जैसे क्षेत्र में 15 हजार मुस्लिम गो पालकों का सम्मेलन भी मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की इस मुहिम का मील का पत्थर रहा है।

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